अजीबोगरीब एक्सपेरिमेंट, सिर्फ कच्चा मांस खा रहा शख्स

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Update: 2022-01-29 07:31 GMT

Man Eats Raw Meat: अमेरिका में रहने वाले एक शख्स ने अपने खान-पान के साथ बेहद अजीबोगरीब एक्सपेरिमेंट किया. जिस शख्स ने कभी अंडे को भी हाथ नहीं लगाया था वो अब पका मांस खाने के बजाय कच्चा मांस ही खा रहा है.

वो ये देखना चाहता है कि ऐसा करके वो कितने दिन जिंदा रह सकता है. हैरत की बात ये है कि शख्स एक या दो दिन नहीं बल्कि 77 दिनों तक कच्चे मांस के सहारे जिंदा रहा. इस कारनामे से शख्स ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरीं.
हालांकि, उसकी इस मामले में हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि कच्चे मांस खाने वाले को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जिसमें फूड पॉइज़निंग (Food Poisoning) भी शामिल है. कच्चा मांस खाने से खाद्य जनित बीमारी विकसित होने का खतरा बहुत बढ़ जाता है.
कच्चा मांस और चिकन खाकर जिंदा रहा
Instagram पर 'Raw Meat Experiment' नाम के अकाउंट पर शख्स ने अपनी 77 दिनों की जर्नी को दिखाया है कि कैसे वो सिर्फ कच्चा मांस (Raw Meat) और चिकन (Chicken) खाकर जिंदा रहा.
'डेली स्टार' के मुताबिक, हर दिन वह मछली और चिकन जैसी कई मांसाहारी चीजों को काटता और फिर उन्हें अंडे की जर्दी या कच्चे जानवरों के दूध से धोता. इसके बाद बिना पकाए ही उन्हें खा जाता. आश्चर्यजनक रूप से शख्स ऐसा करके 77 दिनों तक जीवित रहा और जरा भी अस्वस्थ नहीं दिखाई दिया.
शख्स के इस एक्सपेरिमेंट पर इंस्टाग्राम यूजर्स ने काफी दिलचस्पी ली. उसके एक्सपेरिमेंट ने 53,000 से अधिक फॉलोअर्स को आकर्षित किया, जो हर दिन यह देखने के लिए उसके पेज पर आते कि वह कैसे कच्चे मांस के टुकड़े को चबाएगा. गौरतलब है कि जो काम उसने मजाक के रूप में शुरू किया था वह अब उसके लिए एक 'स्वस्थ जीवन शैली' बन गई है.
इस शख्स ने बताया है कि वह पिछले कई वर्षों तक वीगन (Vegan) थे. इसके बाद उन्होंने कच्चा मांस खाने का फैसला लिया. बता दें कि Vegan वो लोग होते हैं, जो डेयरी प्रोडक्ट- जैसे दूध, पनीर, अंडा या मांस आदि नहीं खाते हैं.
एक्सपर्ट ने दी ये सलाह
एक्सपर्ट के मुताबिक, "Raw Meat से होने वाले आम रोगजनकों में साल्मोनेला (Salmonella), क्लॉस्ट्रिडियम परफ्रिंगेंस (Clostridium Perfringens), E. Coli, लिस्टेरिया मोनोसाइटोजेन्स (Listeria Monocytogenes) और कैम्पिलोबैक्टर (Campylobacter) शामिल हैं. खाद्य जनित बीमारी के कारण मतली, उल्टी, दस्त, पेट में ऐंठन, बुखार और सिरदर्द भी हो सकता है. ऐसे में मीट को पकाकर खाना ही ठीक होता है. क्योंकि, पकाने से उसके संभावित हानिकारक रोगजनक नष्ट हो जाते हैं. 


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