रक्षा कर्मियों की क्षमता बढ़ाने में सहायक होगा कदम, अमेरिका में सरहद की सुरक्षा करेंगे रोबोटिक श्वान
अमेरिका के दक्षिणी इलाके की भौगोलिक स्थिति अत्यंत प्रतिकूल है इसलिए यहां मशीन की सहायता से प्रभावी तरीके से सरहद की सुरक्षा की जा सकेगी। विज्ञान और प्रौद्योगिकी (एस एंड टी) निदेशालय ने कहा कि यह पहल स्वचालित ग्राउंड निगरानी पर केंद्रित है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रोबोटिक श्वान अब अमेरिका में सरहद की सुरक्षा करते नजर आएंगे। दरअसल अमेरिका का दक्षिणी इलाका अत्यंत दुर्गम है। यहां का तापमान और भौगोलिक स्थिति इंसानों के लिए प्रतिकूल है, लेकिन देश की सुरक्षा सर्वोपरि है, इसलिए अमेरिकी जवान मुश्किल हालातों में भी देश की सुरक्षा में तैनात हैं। अब अमेरिका रोबोटिक श्वान का परीक्षण कर रहा है, ताकि सुरक्षाबलों की मदद की जा सके।
होमलैंड सिक्योरिटी विभाग (डीएचएस) ने कहा कि यह कदम रक्षा कर्मियों की क्षमताओं को बढ़ाने में सहायक होगा। इसके साथ ही कर्मियों की सुरक्षा भी होगी। कई मानकों पर रोबोटिक श्वान का परीक्षण किया गया। डीएचएस ने कहा कि परीक्षण सफल रहा। सरहद की सुरक्षा के लिए मशीनों का उपयोग जारी रहेगा।
अमेरिका के दक्षिणी इलाके की भौगोलिक स्थिति अत्यंत प्रतिकूल है, इसलिए यहां मशीन की सहायता से प्रभावी तरीके से सरहद की सुरक्षा की जा सकेगी। विज्ञान और प्रौद्योगिकी (एस एंड टी) निदेशालय ने कहा कि यह पहल स्वचालित ग्राउंड निगरानी पर केंद्रित है। हालांकि डीएचएस ने यह नहीं बताया कि स्थायी तौर पर रोबोटिक श्वानों की तैनाती कब होगी।