Solomon Islands: संसद में लगाई गई आग और जमकर हुई हिंसा के बाद सरकार ने लागू किया 36 घंटों का लॉकडाउन
संसद में लगाई गई आग
प्रशांत महासागर (Pacific Ocean) में स्थित सोलोमन द्वीप (Solomon Islands) पर प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को संसद भवन (Parliament set fire in Solomon Islands) और एक पुलिस थाने में आग लगा दी. ये प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री को हटाने को लेकर मांग (Protest in Solomon Islands) कर रहे थे. भारी हिंसा और लूटपाट को देखते हुए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और रबर की गोलियों का इस्तेमाल करना पड़ा. वहीं, हालात को नियंत्रित करने के लिए राजधानी होनियारा (Honiara) में 36 घंटे के लिए लॉकडाउन कर दिया गया है.
प्रदर्शनकारियों ने कई दुकानों में लूटपाट की है, इसकी वजह से देश में भारी तनाव है. प्रधान मंत्री मनश्शे सोगावारे (Manasseh Sogaware) ने बुधवार देर शाम राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में राजधानी में लॉकडाउन की घोषणा की. बताया जा रहा है कि इस द्वीपसमूह के सबसे अधिक आबादी वाले द्वीप मालाटा (Malata) के लोगों ने राजधानी पहुंचकर कई घरेलू मुद्दों पर अपना गुस्सा जाहिर किया. इसमें बुनियादी ढांचे में सुधार के कई वादों को पूरा न करना भी शामिल है. मालाटा के लोगों ने विकास की दौड़ में पीछे रह जाने पर भी नाराजगी जताई. हाल के दिनों में ये देश चीन के करीब भी आया है.
लोकतांत्रिक सरकार को गिराने का प्रयास किया गया: पीएम
सोलोमन द्वीप समूह ने 2019 में ताइवान (Taiwan) के साथ संबंध तोड़ दिए और चीन (China) के साथ औपचारिक संबंध बनाए. इसके बाद से ही वह काफी दबाव का सामना कर रहा है. प्रधानमंत्री सोगावारे ने कहा कि हमारे देश ने एक और दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना देखी है, जिसमें लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को गिराने का प्रयास किया गया है. पीएम सोगावारे ने कहा कि मैंने सोचा था कि इतिहास के सबसे बुरे दिन बीत चुके हैं लेकिन आज की घटना इस बात की याद दिलाती है कि हमें अभी लंबा सफर तय करना है. उन्होंने कहा कि यह लॉकडाउन शुक्रवार सुबह सात बजे तक चलेगा.
लोगों से घरों में रहने की गुजारिश की गई
बताया गया है कि इस दौरान हिंसा करने वालों की तलाशी ली जाएगी और भविष्य में ऐसा न हो इसके लिए प्रयास किए जाएंगे.बताया जा रहा है कि एक चीनी व्यक्ति की दुकान को भी लूट लिया गया है. रॉयल सोलोमन आइलैंड्स पुलिस फोर्स (RSIPF) ने होनियारा के आसपास के स्कूलों और दुकानों को चलाने वाले लोगों से गुजारिश की है कि वे घरों में रहें, ताकि बाहर हो रही हिंसा से बच सकें. RSIPF की डिप्टी कमिश्नर जुनीता मटंगा (Juanita Matanga) ने एक बयान में कहा, हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारी सड़कें, स्कूल और व्यवसाय लॉकडाउन के तुरंत बाद फिर से खुल जाएं.