30 अप्रैल और एक मई की रात को हुआ सूर्य ग्रहण, चांद की परछाई से ढंक गए ये देश
इसके बाद 2023 तक अगला सूर्य ग्रहण नहीं है। भले ही सूर्यग्रहण न हो, लेकिन 16 मई को चंद्र ग्रहण जरूर है।
साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) 30 अप्रैल को हुआ। लेकिन इसके साथ ही एक और खगोलीय घटना हुई। वह ये कि सूर्य पर ग्रहण लगाने वाला ये चांद एक ब्लैक मून (Rare Black Moon) था। ये सूर्य ग्रहण आंशिक रहा जो दक्षिण अमेरिका, अंटार्कटिका और प्रशांत और अटलांटिक महासागर के कुछ हिस्सों में देखा गया। भारतीय समय के अनुसार 30 अप्रैल और 1 मई की मध्य रात्रि को यह 12.15 बजे शुरू हुआ और करीब चार घंटे तक रहा।
सूर्य ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी और सूर्य के बीच चांद आ जाए। चांद के बीच में आने से सूर्य की रोशनी पृथ्वी पर पूरी तरह नहीं पहुंचती और उसकी परछाई पृथ्वी को घेर लेती है। हालांकि साल का पहला सूर्य ग्रहण एक आंशिक सूर्य ग्रहण था। यानी चांद का कुछ हिस्सा ही पृथ्वी पर सूर्य की रोशनी आने से रोक पाया। इसके साथ ही आंशिक सूर्य ग्रहण भी देखने वाली जगह पर निर्भर करता है। दक्षिण अमेरिकी में सूर्य ग्रहण के दौरान करीब 64 फीसदी हिस्से को चांद ने ढंक लिया।
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सिर्फ इन देशों में दिखा ग्रहण
खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखने वाले ज्यादातर लोग इस सूर्य ग्रहण को नहीं देख सके, क्योंकि यह अंटार्कटिका, प्रशांत और अटलांटिक महासागर में हुआ जहां आबादी न के बराबर है। हालांकि दक्षिण अमेरिका के देश चिली, अर्जेंटीना, उरुग्वे का अधिकांश भाग, पश्चिमी पराग्वे, दक्षिण-पश्चिमी बोलीविया, दक्षिणपूर्वी पेरू और दक्षिण-पश्चिमी ब्राज़ील के कुछ हिस्से में यह दिखा। वहीं, दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में लोगों ने इसे ऑनलाइन लाइव देखा है।
ब्लैक मून ने लगाया सूर्य ग्रहण
साल का पहला सूर्य ग्रहण महीने की दूसरी आमावस्या के साथ हुआ, जिसे ब्लैक मून भी कहा जाता है। एक आमावस्या तब होती है जब चांद को कोई भी रोशनी नहीं मिलती है। हालांकि महीने में एक ही अमावस्या होती है। लेकिन ब्लैक मून बेहद दुर्लभ होता है जो 36 महीने में एक बार होता है। इसमें चांद पूरी तरह सूर्य की ओर होता है, जिससे वह हमें दिखता नहीं है। अगला सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को है। यह भी आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। इस आंशिक सूर्यग्रहण को यूरोप, पश्चिमी एशिया और पूर्वोत्तर अफ्रीका के हिस्सों से देखा जा सकेगा। इसके बाद 2023 तक अगला सूर्य ग्रहण नहीं है। भले ही सूर्यग्रहण न हो, लेकिन 16 मई को चंद्र ग्रहण जरूर है।