बाटा शहर में हुए विस्फोट से अब तक 98 लोगों की मौत
यहां की आबादी 14 लाख के करीब है। अधिकतर आबादी गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करती है।
अफ्रीकी देश इक्वेटोरियल गिनी के शहर बाटा में विस्फोट से मरने वालों की संख्या बढ़कर 98 पहुंच गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि घटना के 48 घंटे बाद भी मलबे में शवों की तलाश जारी है। मरने वालों की संख्या अभी बढ़ सकती है। मंत्रालय ने कहा है कि विस्फोट में मरने वालों की संख्या शुरुआती अनुमानों से तीन गुना अधिक है। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बच्चों को टूटी हुई कंक्रीट और मुड़ी हुई धातु के ढेर के नीचे से निकाला जा रहा है। इस रिपोर्ट के अनुसर चादर में लिपटे शव सड़क के किनारे पड़े हुए हैं।
राष्ट्रपति तियोदोरा ने घटना की जांच के आदेश दिए
उधर, इक्वेटोरियल गिनी के राष्ट्रपति तियोदोरा ओबियांग न्गुमे ने इस घटना पर रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विस्फोट के लिए जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी। राष्ट्रपति तियोदोरा ने घटना के जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि डायनामाइट से निपटने में लापरवाही के कारण विस्फोट की घटना हुई है। राष्ट्रपति ने कहा कि विस्फोट में बाटा शहर के सभी इमारतों एवं घरों को भारी नुकसान पहुंचा है। उनका अनुमान है कि इससे करीब 250,000 लोग प्रभावित हुए हैं।
रविवार की दोपहर सैन्य परिसर में चार विस्फोट हुए
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रविवार की दोपहर सैन्य परिसर में चार विस्फोट हुए हैं। इन विस्फोटों ने गिनी के सबसे बड़ शहर और मुख्य आर्थिक केंद्र को हिला कर रख दिया। रविवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने अनुमान लगाया गया था कि विस्फोटों में मरने वालों की संख्या 31 के आसपास होगी, लेकिन यह संख्या तीन गुना से अधिक निकल गई। मरने वालों में यहां के नागरिक और सैन्यकर्मी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने उप-राष्ट्रपति पद का हवाला देते हुए ट्विटर पर लिखा है कि इस घटना में कम से कम 615 लोग घायल हुए हैं। इनमें से 299 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिकों की टीम भी लगाई गई
इक्वेटोरियल गिनी के स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्विटर पर कहा कि विस्फोट पीड़ितों के उपचार के लिए मनोचिकित्सकों, मनोवैज्ञानिकों और नर्सों से मिलकर एक मानसिक स्वास्थ्य ब्रिगेड तैयार किया गया है। मंत्रालय ने कहा कि यह नुकसान केवल शारीरिक और आर्थिक नहीं, बल्कि इसका मानसिक रूप से घातक असर पड़ा है।
स्थानीय मीडिया द्वारा प्रकाशित चित्रों से संकेत मिलता है कि सड़कों के किनारे शवों को पंक्तिबद्ध तरीके से चादरों से ढक रखा गया है। मरने वालों में कई मासूम बच्चे भी शामिल हैं। एक टीवी स्टेशन ने उपराष्ट्रपति टेओदोरो न्गुमा ओबियांग मंगुए और राष्ट्रपति ओबियांग के बेटे को अस्पताल में घायलों के हालचाल पूछते दिखाया गया है। बता दे इस अस्पताल में घायलों का इलाज चल रहा है।
सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मदद का आह्वान किया
इस बीच यहां की सरकार ने शवों की खोज, बचाव और पुनर्निर्माण में मदद के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग और समर्थन का आह्वान किया है। स्पेन के विदेश मंत्री अरंचा गोंजालेज लाया ने ट्विटर पर कहा कि बाटा में आए विनाशकारी विस्फोटों के बाद मानवीय सहायता के शिपमेंट को तत्काल रवाना किया जाएगा। कई अन्य देश भी उनकी मदद में आग आए हैं।
सरकार ने कहा है कि इस धमाके का असर देश की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा है। इससे तेल उत्पादक इक्वेटोरियल गिनी को दोहरा आर्थिक झटका लगा है। कोरोना महामारी के बाद से देश की आर्थिक हालात बिगड़ चुकी है। इस घटना से इसे और झटका लगा है। कोरोना महामारी के बाद कच्चे तेल की कीमत में गिरावट आई है। यह राज्य के राजस्व का लगभग तीन चौथाई हिस्सा प्रदान करता है।
इक्वेटोरियल गिनी की आबादी 14 लाख के करीब
बता दें कि इक्वेटोरियल गिनी लंबे समय तक स्पेन का उपनिवेश रहा है। इस अफ्रीकी देश में ओबियांग का लंबे समय तक शासन रहा है। यहां की आबादी 14 लाख के करीब है। अधिकतर आबादी गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करती है।