इसके विपरीत, पुरुषों में देखा गया है कि जो पुरुष शाम को व्यायाम करते हैं, उनका एचडीए कोलेस्ट्रोल, रक्तचाप, काबरेहाइडेट आक्सीकरण के अनुपात में कमी देखी गई। इसके अलावा, पहली बार यह सामने आया है कि जो महिलाएं सुबह व्यायाम करती हैं, उससे वह अपने पेट की चर्बी और रक्तचाप को प्रभावी तरीके से कम कर सकती हैं। वहीं, शाम के समय का व्यायाम महिलाओं के ऊपरी हिस्से की मांसपेशियों की ताकत, शक्ति और सहनशीलता को बढ़ाता है। यही नहीं, इससे उनका मूड भी अच्छा रहता है।
न्यूयार्क के स्काइमोर कालेज के स्वास्थ्य और मानव शारीरिक विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डाक्टर पाल जे एरसिरो ने कहा, सुबह के समय व्यायाम करने के मुकाबले जो पुरुष शाम को व्यायाम करते हैं, उनका रक्तचाप कम रहता है, उन्हें दिल की बीमारियों के जोखिम और थकान की संभावना कम रहती है तथा उनकी चर्बी ज्यादा तेजी से कम होता है।
उन्होंने कहा, 'हमने 30 महिलाओं और 26 पुरुषों पर एक प्रयोग किया, जिनकी उम्र 25 से 55 साल तक की थी। ये सभी लोग काफी स्वस्थ, सक्रिय, धूमपान नहीं करने वाले और नार्मल वजन वाले थे। इन सभी ने 12 सप्ताह तक दिन में अलग-अलग समय पर ट्रेनिंग की। इसमें यह बात सामने आई कि भले ही इन प्रतिभागियों ने दिन में किसी भी समय व्यायाम किया हो, लेकिन इससे इनके पूरे स्वास्थ्य में काफी सुधार देखने को मिला।' एरसिरो ने कहा, 'हमारा शोध साफतौर पर दर्शाता है कि आप चाहे सुबह व्यायाम करें या फिर शाम को, इससे आपके काफी फायदा मिलता है। इससे ना सिर्फ आपका मूड अच्छा होता है, बल्कि आपके कार्डियो मेटाबोलिज्म में भी काफी सुधार होता है। यही नहीं, इससे महिलाओं और पुरुष फिजिकल तौर पर भी मजबूत बनते हैं।
हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि दिन का व्यायाम आपकी शारीरिक संरचना, कार्डियो मेटाबोलिक स्वास्थ्य और मनोदशा में सुधार की ताकत को निर्धारित करता है। उन्होंने कहा, हमने शोध में पाया कि महिलाएं पेट की चर्बी और उच्च रक्तचाप को कम करने में सबसे ज्यादा दिलचस्पी दिखाती हैं। वहीं, वे सुबह के व्यायाम के दौरान पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करने पर ज्यादा ध्यान देती हैं। महिलाएं शाम के समय के व्यायाम के दौरान अपने शरीर के ऊपरी हिस्से की मांसपेशियों को मजबूत करने, शक्ति और सहनशीलता हासिल करने के साथ-साथ समग्र मनोदशा और भोजन में सुधार करने वाली चीजों में रुचि रखती हैं। एरसिरो ने कहा, शाम का व्यायाम उन पुरुषों के लिए आदर्श है, जो दिल से जुड़ी बीमारियों मेटाबोलिक हेल्थ और भावनात्मक रूप से अच्छा रहना चाहते हैं।