अंतरराष्ट्रीय निरीक्षकों को झटका, ईरान ने परमाणु स्थलों की तस्वीरें लेने पर लगाई रोक
अमेरिका व अन्य पश्चिम देशों के साथ ईरान का तनाव और बढ़ सकता है।
अमेरिका व अन्य पश्चिम देशों के साथ ईरान का तनाव और बढ़ सकता है। रविवार को ईरानी संसद के अध्यक्ष मोम्मद बाघेर कलीबाफ का बयान आग में घी का काम कर सकता है। कलीबाफ ने रविवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय निरीक्षक देश के परमाणु स्थलों की तस्वीरें अब हासिल नहीं कर पाएंगे।
कलीबाफ के इस बयान से विश्व शक्तियों के साथ तेहरान के परमाणु समझौते को बचाने के लिए विएना में किए जा रहे कूटनीतिक प्रयासों के बीच तनाव बढ़ सकता है। कलीबाफ ने की टिप्पणियों का ईरान के सरकारी टेलीविजन ने प्रसारण किया। इससे अमेरिका तथा अन्यों देशों के साथ ईरान के समझौते की राह जटिल होती दिख रही है।
यह इस्लामी देश पहले ही उस स्तर से अधिक यूरेनियम का संवर्धन तथा भंडार कर रहा है जिसकी अनुमति उसे 2015 के परमाणु समझौते में मिली थी। ईरानी संसद के अध्यक्ष कलीबाफ ने कहा कि तीन महीने की समय सीमा खत्म होने पर अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के पास 22 मई से तस्वीरें हासिल करने का अधिकार नहीं होगा। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने कहा था कि उसके महानिदेशक विएना में रविवार को पत्रकारों को संबोधित करेंगे। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने इस पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है। एजेंसी ने 2017 में कहा था कि ईरान के साथ 'अतिरिक्त प्रोटोकॉल' के तहत आईएईए अपने निगरानी कैमरों से रोज ली गई हजारों तस्वीरों को 'एकत्रित करता है तथा उनका आकलन करता है।'
फरवरी तक देना थी तेल व बैंकिंग पाबंदी में राहत
ईरान की संसद ने दिसंबर में उस विधेयक को पारित कर दिया था, जिसमें कहा गया कि अगर समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले यूरोपीय देशों ने फरवरी तक तेल और बैंकिंग प्रतिबंधों से राहत नहीं दी तो उसके परमाणु स्थलों पर संयुक्त राष्ट्र के निरीक्षणों पर रोक लग जाएगी। कलीबाफ ने कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह खान खमनेई ने इस फैसले का समर्थन किया है।