महिलाओं की हत्या करने वाले 'क्लेरमॉन्ट किलर' को 40 साल की सजा, जज ने कहा-अब जेल में मरो
एक ऑस्ट्रेलियाई व्यक्ति ने "क्लेरमॉन्ट किलर" |
एक ऑस्ट्रेलियाई व्यक्ति (Australian Man) ने "क्लेरमॉन्ट किलर" (Claremont killer) में दो युवतियों की हत्या (Murdering Two Young Women) करने के लिए कम से कम 40 साल की जेल की सजा (40 years in jail) सुनाई गई. देश के इस सबसे कुख्यात और ठंडे मामले में यह फैसला सात महीने की सुनवाई के बाद मुकर्रर की है. पश्चिमी ऑस्ट्रेलियाई शहर पर्थ में 1990 के दशक में एक नाइटलाइफ एरिया से जेन रिमर, सियारा ग्लैनन और साराह स्पायर्स अचानक लापता हो गई थीं. करीब 25 वर्षों तक लोगों को यह लगता रहा कि यह अनसुलझा मौत का मामला है. तीनों युवतियों को एक नाइट लाइफ पार्टी के बाद तड़के सुबह क्लेरमॉन्ट में लोगों ने देखा था.
एक युवती की लाश तक का पता नहीं लग पाया
इस साल के सितंबर में सात महीने तक मुकदमे की सुनवाई के बाद जज ने 52 वर्षीय व्यक्ति ब्रेडली रॉबर्ट एडवर्ड्स को 23 वर्षीय चाइल्डकेयर वर्कर रिमर और 27 वर्षीय वकील ग्लैनन की हत्या का दोषी पाया. यह घटना 1997 में घटी थी. ब्रेडली को 18 वर्षीय स्पायर्स की हत्या का दोषी नहीं साबित किया जा सका क्योंकि ना तो स्पायर्स की लाश का पता चल पाया और ना ही उसके हत्या के पर्याप्त सबूत मिल पाए.
बुधवार को एडवर्ड को 40 साल के कारावास की सजा सुनाई गई और वह परोल के लिए आवेदन कर सकता है. यह जानकारी पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के सुप्रीम कोर्ट ने सुनाई है. जज स्टीफन हॉल ने यह सजा सुनाते हुए कहा कि वह 'एक खतरनाक शिकारी था जिसने कमजोर महिलाओं का अपना शिकार' बनाया. जज ने कहा कि तुम्हारा यह कदम पूर्व योजनाबद्ध था. तुमने यह कदम निर्दयता और बेरहमी के साथ उटाया इसलिए तुम्हें जेल में मरना होगा. जज ने कहा कि यह तथ्य है कि तीनों युवतियां क्लेरमॉन्ट की गलियों से अंधेरे में गायब कर दी गईं.