इस जर्मन छात्र का टैलेंट देख वैज्ञानिक भी दंग, आंखों की पुतलियों को मर्जी से कर लेता है बड़ा-छोटा

जर्मन छात्र का टैलेंट

Update: 2021-09-08 06:15 GMT

दुनिया में अजब गजब टैलेंट की कमी नहीं है. कोई रबर जैसी फ्लेक्सिबिलिटी के साथ हैरतअंगेज स्टंट के लिए सुर्खियों में बना रहता है, तो कोई ऐसा कर गुजरता है जिसे देखने के बाद वैज्ञानिक भी हैरान रह जाते हैं कि आखिर उसने ऐसा कैसे कर लिया. इस कड़ी में इन दिनों जर्मनी का एक 23 साल का स्टूडेंट चर्चा में बना हुआ है. यह लड़का अपनी आंखों की पुतलियों को अपनी मर्जी से कंट्रोल करता है. उसके इसी हुनर को लेकर वैज्ञानिक भी हैरान हैं.

आंख की पुतलियों का घटना या बढ़ना एक ऐसी क्रिया है, जिस पर हमारा नियंत्रण नहीं रहता. आंखों की पुतलियों पर धीमी और तेज रोशनी पड़ने पर वह कई बार फैली हुई या फिर सिकुड़ी हुई नजर आती है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जर्मनी के एक छात्र के साथ ऐसा नहीं है. यह छात्र अपनी मर्जी से जब चाहे आंखों की पुतलियों को फैलाता और सिकोड़ता है. है न चौंकाने वाली बात. जिस चीज पर हमारा कंट्रोल नहीं रहता, वह इस छात्र के बाएं हाथ के खेल जैसा है. इस छात्र के इसी टैलेंड ने वैज्ञानिकों को भी हैरत में डाल दिया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक आंखों की पुतलियों को इस तरह से कमांड करते हुए किसी को भी नहीं देखा गया है. यह लड़का 2.4 मिलीमीटर तक अपनी पुतलियां बढ़ा लेता है. वहीं, 0.88 मिलीमीटर तक इसे सिकोड़ भी सकता है. इस टैलेंट को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि यह छात्र अपनी तरह का नया टैलेंट डेवलप कर चुका है.
इस जर्मन छात्र को 16 साल की उम्र में अपने टैलेंट का पता चला. दरअसल, लंबे समय तक कम्प्यूटर पर गेम खेलने के बाद वह रिलैक्स कर रहा था. इसी दौरान उसके दोस्तों ने नोटिस किया कि उसकी पुतलियां असामान्य रूप से बड़ी थीं. यही नहीं, थोड़ी देर बाद लड़के ने अपने दोस्तों को अपनी पुतलियां सिकोड़कर भी दिखाईं.
नीदरलैंड्स की एक यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर क्रिस्टोफ स्ट्रॉच बताते हैं कि ये मसल्स को सिकोड़ने और फैलाने जैसा है. उन्होंने कहा कि कई शोध से पता चला है कि सूर्य के बारे में सोचने से पुतलियां सिकुड़ सकती हैं. वहीं, अंधेरे कमरे की कल्पना करने से फैलाया जा सकता है. लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस छात्र को लेकर ऐसे कोई सबूत नहीं मिले.
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