कोरोना के खतरे को देखते हुए 'सिंगापुर' में बंद किए गए सभी स्कूल, होम बेस्ड लर्निंग पर करने का लिया फैसला
नए वैरिएंट के संपर्क में आए हैं। सिंगापुर में वर्तमान में 61000 मामले हैं।
सिंगापुर में कोरोना वायरस के मामले की आशंका बढ़ने के मद्देनजर सरकार ने एहतियातन स्कूलों को बंद करने की घोषणा की है। सिंगापुर ने एक दिन पहले ही इसको लेकर चेतावनी देते हुए कहा था कि भारत में पहली बार पाया गया कोरोना वायरस का वैरिएंट बच्चों पर बुरा असर डाल सकता है। इसलिए सरकार ने स्कूलों को बंद करने के साथ ही युवाओं को तेजी से वैक्सीन देने की योजना तैयार की है।
सरकार ने सभी प्राइमरी, जूनियर और सेकेंडरी स्कूलों को 28 मई तक के लिए पूरी तरह से होम बेस्ड लर्निंग पर करने का फैसला किया है। सिंगापुर के शिक्षा मंत्री चान चुन सिंग का कहना है कि वायरस के तेजी से सामने आते वैरिएंट बच्चों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकते हैं और ये इन बच्चों पर हमला कर सकते हैं। हालांकि स्कूलों के माध्यम से अब तक कोई ऐसा मामला सामने नहीं आया है जिसमें कोई भी छात्र गंभीर रूप से बीमार हुआ हो।
सरकार के मुताबिक रविवार को स्थानीय स्तर पर कोरोना वायरस संक्रमण के 38 मामले सामने आए थे। सितंबर के बाद से ये पहला मौका है कि जब इतने मामले एक ही दिन में सामने आए हैं। इनमें से अधिकतर मामलों में बच्चे ही इस वायरस का शिकार बने हैं। इसकी वजह ट्यूशन सेंटर बने हैं। स्वास्थ्य मंत्री ओंगके यंग का कहना है कि बी1167 बच्चों पर हमला कर रहा है। उन्होंने कहा है कि अब तक ये साफ नहीं हो सका है कि कितने और बच्चे इस नए वैरिएंट के संपर्क में आए हैं। सिंगापुर में वर्तमान में 61000 मामले हैं।