अल्माटी में सुरक्षा बलों ने तेज की अपनी आतंकवाद विरोधी अभियान
कजाखस्तान के अल्माटी में सुरक्षा बलों ने अपना आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिया है
एएनआइ/रायटर। कजाखस्तान के अल्माटी में सुरक्षा बलों ने अपना आतंकवाद विरोधी अभियान तेज कर दिया है। आतंकियों को भागने से रोकने के लिए हर जांच चौकी पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। रायटर के मुताबिक, कजाखस्तान में रणनीतिक महत्व के ठिकाने रूस की अगुआई वाले सैन्य गठबंधन की निगरानी में हैं। देश में घातक हिंसा शुरू हो जाने के बीच व्यवस्था बहाल करने के लिए सैन्य गठबंधन को बुलाया गया है।
मध्य एशिया के इस देश में बीते सप्ताह में दर्जनों लोग मारे गए हैं, हजारों गिरफ्तार हुए और सार्वजनिक भवनों में आग लगा दी गई। अल्माटी शहर के चारों ओर स्थित 13 जांच चौकियों पर सुरक्षाकर्मी सभी वाहनों की जांच कर रहे हैं। दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है। शहर के सभी प्रवेश और निकास मार्गो को कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने अपने नियंत्रण में ले रखा है। संदिग्धों को हिरासत में लेकर मुख्यालय भेजा जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि इन प्रदर्शनों में 18 कानून प्रवर्तन अधिकारियों की भी जान गई है। कजाखस्तान के गृह मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि इस हिंसा में 4,400 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शनिवार को सरकार को गिराने की कोशिश करने के आरोपों के तहत आतंकवाद रोधी एजेंसी के पूर्व प्रमुख को गिरफ्तार किया जा चुका है। राष्ट्रपति ने इस हिंसा के लिए विदेश समर्थित आतंकियों को जिम्मेदार ठहराया है।
अधिकारियों ने हथियार, सेल फोन, बड़ी मात्रा में देशी एवं विदेशी करेंसी समेत चुराई गई चीजें जब्त की हैं। गौरतलब है कि कजाकिस्तान के 1991 में सोवियत संघ से आजाद होने के बाद वहां हो रहा यह सर्वाधिक भीषण प्रदर्शन हैं। यह प्रदर्शन वाहन ईंधन की एक विशेष किस्म की कीमतों के लगभग दोगुना होने के विरोध में शुरू हुआ था जो देखते ही देखते अब पूरे देश में फैल गया है।