अफगानिस्तान की शिया मस्जिद पर हुए हमले को लेकर सुरक्षा परिषद व अमेरिका ने की निंदा
दक्षिणी अफगानिस्तान की शिया मस्जिद पर शुक्रवार को हुए हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने ली है
दक्षिणी अफगानिस्तान की शिया मस्जिद पर शुक्रवार को हुए हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने ली है। कंधार प्रांत की इमाम बाग ए फातिमा मस्जिद पर नमाज के दौरान हुए आत्मघाती हमले में 47 लोग मारे गए थे, जबकि 70 से अधिक घायल हुए थे। तुर्की सार्वजनिक प्रसारक टीआरटी की रिपोर्ट के अनुसार कंधार की मस्जिद पर हुए हमले की जिम्मेदारी आइएस ने ली है। हाल के दिनों में अफगानिस्तान में शिया मस्जिदों पर हमलों में तेजी आई है। एक हफ्ते के भीतर शियाओं की मस्जिद पर हुआ यह दूसरा हमला था। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने मस्जिद पर हुए इस घातक हमले की निंदा करते हुए पीडि़त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। अमेरिका ने भी इसे कायराना हरकत करार दिया है।
सुरक्षा बढ़ाने का वादा रायटर के अनुसार, हफ्ते भर के भीतर अफगानिस्तान में शिया मस्जिद पर हुए दूसरे बड़े हमले में मारे गए लोगों को दफनाने के लिए इकट्ठा हुए लोगों को तालिबान ने सुरक्षा बढ़ाने का भरोसा दिया। कंधार पुलिस प्रमुख ने कहा कि शिया मस्जिदों व मदरसों की सुरक्षा में विशेष पुलिस बल को लगाया जाएगा, जो स्थानीय स्वयंसेवकों के साथ मिलकर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करेगा।
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के मैनेजर को बनाया बंधक
एएनआइ के अनुसार, तालिबान ने गुरुवार को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआइए) के कंट्री मैनेजर को दो घंटे तक बंधक बनाए रखा। 24 न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कंट्री मैनेजर को तब छोड़ा गया जब सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने दखल दिया।
एरियाना, पीआइए व काम एयर की सेवाएं बहाल
अफगानिस्तान के परिवहन मंत्री ने शुक्रवार को एलान किया कि एरियाना अफगान एयरलाइंस, पीआइए व काम एयर ने सेवाएं बहाल कर दी हैं। वे किराया कम करने पर राजी हो गई हैं। इससे पहले गुरुवार को पीआइए ने अव्यवस्था का हवाला देते हुए अपनी सेवाएं निलंबित कर दी थीं।
ड्रोन हमले में मारे गए अफगानियों के स्वजन को मुआवजा देगा अमेरिका
एपी के अनुसार, अमेरिकी रक्षा विभाग ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि काबुल में अगस्त में हुए ड्रोन हमले में मारे गए 10 अफगानी नागरिकों के स्वजन को मुआवजा देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन के प्रवक्ता ने कहा कि मृतकों के स्वजन के लिए आजीविका की व्यवस्था के साथ-साथ उन्हें अमेरिका लाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।