वैज्ञानिकों ने विकसित की नयी ब्रेथएनालाइजर जांच, महज 5 मिनट में लगाया जा सकता कोविड संक्रमण का पता

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Update: 2022-02-03 16:55 GMT
सिंगापुर, 3 फरवरी (भाषा) वैज्ञानिकों ने एक नयी ब्रेथएनालाइजर जांच विकसित की है, जिसमें स्वाब का नमूना लिए बगैर ही कोरोना वायरस के संक्रमण का सटीक पता लगाया जा सकता है। जिन लोगों में लक्षण नहीं दिख रहे हैं उनमें भी संक्रमण का पता महज पांच मिनट में लगाया जा सकता है।
पत्रिका 'एसीएस नैनो' में इस जांच के बारे में कहा गया है कि इससे सम्मेलन या शादी-विवाह आदि भीड़ वाले कार्यक्रमों में आसानी से लोगों के संक्रमण का पता लगाया जा सकता है।
फिलहाल कोविड की सटीक जांच के लिए आरटी-पीसीआर तकनीक का उपयोग किया जाता है जिसमें नाक और मुंह से लिए गए स्वाब के नमूने का इस्तेमाल होता है।
हालांकि, नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, सिंगापुर के अनुसंधानकर्ताओं का मानना है कि आरटी-पीसीआर जांच का परिणाम देरी से आता है और इस जांच के लिए नाक से स्वाब का नमूना लिया जाता है जो असुविधाजनक है।
उनका कहना हे कि रैपिट एंटीजन जांच का परिणाम जल्दी आता है, लेकिन उसका परिणाम उतना सटीक नहीं होता है।
अनुसंधानकर्ताओं ने हाथ में पकड़ने योग्य ब्रेथएनालाइजर डिजाइन किया है जिसमें सेंसर युक्त चिप और सिल्वर नैनोक्यूब्स लगे हुए हैं।
जब कोई व्यक्ति इस उपकरण में 10 सेंकेड के लिए सांस छोड़ता है तो सेंसर उसका विश्लेषण करके परिणाम बता देता है।
इस नए ब्रेथएनालाइजर का अनुसंधानकर्ताओं ने सिंगापुर के अस्पतालों और हवाईअड्डों में, 501 लोगों पर परीक्षण किया। उन्हें इसके नतीजे उत्साहजनक मिले।
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