वैज्ञानिकों ने खोजा यूरेशिया के सबसे पुराने गहनों के अवशेष, 41,500 साल पुरानी 'ज्वेलरी'
यह एक रहस्य है जिसे शोधकर्ता समझने की कोशिश कर रहे हैं।
वैज्ञानिकों की एक टीम ने साइंटिफिक रिपोर्ट्स मैग्जीन में गुरुवार (25 नवंबर) को ऑनलाइन प्रकाशित एक पेपर में बताया कि हाल ही में हुए रेडियोकार्बन से पता चलता है कि यह पेंडेंट 41,500 साल पुराना है। टीम ने एक बयान में कहा कि पेंडेंट की सजावट में एक लूपिंग कर्व में 50 से अधिक पंचर के निशान और दो छेद शामिल है। उन्होंने नोट किया कि प्रत्येक पंचर का निशान एक सफल पशु शिकार या चंद्रमा या सूर्य के चक्र का प्रतिनिधित्व करता है।
पेंडेंट के गले में पहनने का अनुमान
शोधकर्ताओं ने अध्ययन में लिखा, 'यह यूरेशिया में अपनी तरह का सबसे पुराना ज्ञात आभूषण है और यह यूरोप में आधुनिक होमो सेपियंस के प्रसार से सीधे जुड़ी एक नई तारीख स्थापित करता है।' इटली में बोलोग्ना विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान की प्रोफेसर और अध्ययन की प्रमुख शोधकर्ता सहरा तालामो, जो मानव विकास और रेडियोकार्बन डेटिंग में माहिर हैं, ने कहा पेंडेंट संभवतः गले में पहना जाता था लेकिन हम इसे लेकर कोई दावा नहीं कर सकते हैं।
इंसानों ने पहली बार क्यों पहने गहने?
शोधकर्ताओं ने कहा कि पेंडेंट ऐसे समय में बनाया गया था जब शारीरिक रूप से आधुनिक मानव दुनिया भर में पहली बार गहने और शरीर के आभूषणों के अन्य रूपों का विकास कर रहे थे। तालामो ने कहा कि इंसानों ने उस समय गहनों का इस्तेमाल करना क्यों शुरू किया, यह एक रहस्य है जिसे शोधकर्ता समझने की कोशिश कर रहे हैं।