नई रिसर्च में वैज्ञानिकों को पहले से 26 फीसदी ज्यादा धातु का लगा पता
ये एक बड़ा बदलाव है। हालांकि सूर्य पर अभी भी सबसे ज्यादा भाग हीलियम और हाइड्रोजन ही है।
वाशिंगटन: सूर्य हमारी पृथ्वी का सबसे करीबी सितारा है। हमारी पृथ्वी पर जीवन होने का सबसे बड़ा कारण सूर्य है। सूर्य अगर न हो तो दुनिया में अंधेरा छा जाएगा और सबकुछ लगभग खत्म ही होगा। सूर्य के कारण ही पेड़ पौधों में प्रकाश संश्लेषण होता है, जिससे हमें ऑक्सीजन मिलता है। लेकिन क्या आपके दिमाग में कभी ये सवाल आया है कि भला ये सूरज किस चीज का बना है। वैज्ञानिकों के पास इसका जवाब है, लेकिन अब वह जवाब भी बदलता दिख रहा है।
वैज्ञानिकों को पता है कि अंतरिक्ष में मौजूद विशाल गोला गर्म गैसों से बना है। इनमें से 98 फीसदी हाइड्रोजन और हीलियम है। क्योंकि हाइड्रोजन के परमाणु घने वातावरण में फ्यूजन की क्रिया करते हैं और हीलियम बनाते हैं। इस प्रक्रिया में वह ऊर्जा छोड़ते हैं जिससे सूर्य जलता है। लेकिन सूर्य अन्य तत्वों से भी बना है। सूर्य पर कार्बन, नाइट्रोजन और ऑक्सीजन भी प्रचुर मात्रा हैं। हाइड्रोजन और हीलियम से भारी सभी तत्व वहां मौजूद हैं।
ये तत्व भी हैं सूर्य में
इन्फ्रारेड प्रोसेसिंग और एनालिसिस सेंटर (IPAC) के मुताबिक सूर्य पर नीयोन, लोहा, सिलिकॉन, मैग्नीशियम और सल्फर भी मौजूद है। हीलियम से भारी सभी तत्व सूर्य पर धातु हैं। सूर्य के बने होने को लेकर समय-समय पर कई रिसर्च हुए हैं। सूर्य के प्रकाश के रंगों के जरिए उसके तत्वों के बारे में जाना गया है। इसके अलावा सूर्य के सिकुड़ने और बढ़ने के जरिए भी उसके तत्वों के बारे में जाना गया है। लेकिन 21वीं सदी से पहले की गई सभी खोज के रिजल्ट अलग-अलग थे।
26 फीसदी ज्यादा मिला धातु
अलग-अलग रिजल्ट की समस्या को हल करने के लिए मैक्स प्लैंक इस्टीट्यूट फॉर एस्ट्रोनॉमी में एकातेरिना मैग और मारिया बर्गमैन के नेतृत्व में सूर्य की संरचना पर अतीत में हुए रिसर्च के रिजल्ट देखे। उन्होंने हर उस चीज को देखा जो अब तक सूर्य के बारे में पता था। कई मॉडल के जरिए शोधकर्ताओं ने डेटा हासिल किया। नए गणना के मुताबिक पता चला है कि अब तक हम सूर्य को जितना धातु से बना मानते थे यह उससे 26 फीसदी ज्यादा है। ये एक बड़ा बदलाव है। हालांकि सूर्य पर अभी भी सबसे ज्यादा भाग हीलियम और हाइड्रोजन ही है।