वैज्ञानिक: युतु 2 रोवर द्वारा चंद्रमा की सतह पर देखी गई रहस्यमयी वस्तु

बल्कि खरगोश (Rabbit on Moon) के आकार की चट्टान है.

Update: 2022-01-11 14:12 GMT

चीन (China) के युतु 2 रोवर (Yutu 2 rover) ने चंद्रमा की सतह पर एक 'रहस्यमयी वस्तु' को खोजा था. चीनी वैज्ञानिकों ने इस क्यूब के आकार वाली वस्तु को 'रहस्यमयी झोपड़ी' (Mystery hut) का नाम दिया. वहीं, अब वैज्ञानिकों ने बताया है कि असल में ये वस्तु कोई झोपड़ी नहीं, बल्कि खरगोश (Rabbit on Moon) के आकार की चट्टान है. 

दिसंबर में चीन के युयु 2 रोवर ने चंद्रमा के सूदूर हिस्से में इस चट्टान की खोज की थी. इसके बाद रोवर अधिक जानकारी हासिल करने के लिए इसके करीब पहुंचा. रोवर की टीम ने बताया है कि एक अजीबोगरीब आकार वाली चट्टान है, जो देखने में एक 'खरगोश' की तरह है. इसके आसपास पत्थर के अन्य टुकड़े भी हैं, जिन्हें 'भोजन' के तौर पर माना गया है. 

रोवर की ये खोज एक संयोग ही हो सकती है, क्योंकि रोवर का नाम युतु है, जिसका चीनी भाषा में अर्थ 'खरगोश' होता है. युतु 2 रोवर ने तीन साल पहले तीन जनवरी 2019 को चंद्रमा के सबसे दूर हिस्से में सॉफ्ट लैंडिंग की. रोवन वॉन कार्मन क्रेटर (Von Kármán crater) में काम करने के दौरान इस वस्तु की तस्वीर ले रहा था. 
चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन (CNSA) का हिस्सा युतु 2 टीम ने चीनी सोशल मीडिया साइट वीचैट पर इस वस्तु को लेकर अपडेट दिया. इसने कहा कि रहस्यमयी झोपड़ी पास पहुंचने पर बहुत ही छोटी चीज निकली. इससे ड्राइवर थोड़े से निराश हो गए थे. वहीं, टीम ने कहा कि 'खरगोश' के आगे बिखरे हुए टुकड़े गाजर के टुकड़े जैसे दिख रहे थे. 
युतु 2 रोवर सोलर पावर से चलता है. इस वजह से जब चंद्रमा पर 14 दिनों की लंबी रात होती है, तो ये एक लंबी 'नींद' में चला जाता है. चंद्रमा की रातें इतनी ठंडी होती हैं कि ये सब कुछ जमा देती हैं और अगर रोवर खुद को बंद नहीं करता है, तो उसके नष्ट होने का खतरा पैदा हो जाता है. 
बता दें कि युतु 2 रोवर को चीन के चांग'ई-4 प्रोब (Chang'e-4 probe) के जरिए चंद्रमा के सूदूर हिस्से तक ले जाया गया. इसे 8 दिसंबर, 2018 को लॉन्च किया गया था और इसने 3 जनवरी, 2019 को चंद्रमा के सबसे दूर दक्षिणी ध्रुव-ऐटकेन बेसिन (South Pole-Aitken Basin) में वॉन कर्मन क्रेटर पर पहली बार सॉफ्ट लैंडिंग की थी. 

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