कोरोना वायरस के चलते सऊदी अरब ने सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगाया प्रतिबंध
ब्रिटेन (UK) में कोरोना वायरस की नई किस्म मिलने के बाद से ही करीब 13 देश यूके से आने-जाने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध की घोषणा कर चुके हैं.
कोरोना वायरस के चलते सऊदी अरब ने सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगाया प्रतिबंध की घोषणा कर चुके हैं. तेजी से फैलने वाले कोरोना वायरस (highly infectious strain of coronavirus) की जानकारी मिलने के बाद सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने रविवार को देश में इंटरनेशनल फ्लाइट समेत जमीन और समुद्र के प्रवेश रास्तों पर एंट्री लगभग एक हफ्ते के लिए बंद कर दी है.
सऊदी की आधिकारिक प्रेस एजेंसी ने कहा कि 'किंगडम अस्थायी रूप से कुछ अपवाद को छोड़कर सभी इंटरनेशनल फ्लाइट्स को एक हफ्ते के लिए रोक रहा है, इसे आगे चलकर एक हफ्ते और बढ़ाया जा सकता है.' SPA ने आंतरिक मंत्रालय के हवाले से बताया कि 'किंगडम में इस दौरान जमीन और समुद्र के रास्तों से भी नहीं घुसा जा सकेगा. इस रोक की अवधि भी एक हफ्ते और बढ़ाई जा सकती है.' SPA ने बताया कि किंगडम में अभी मौजूद इंटरनेशनल फ्लाइट्स को बाहर जाने की अनुमति है, वो अपनी उड़ानें भर सकती हैं.
बता दें कि ब्रिटेन की सरकार ने चेतावनी दी है कि कोरोनावायरस का तेजी से फैलने वाला एक नया स्ट्रेन 'नियंत्रण से बाहर हो रहा है', जिसके बाद कई यूरोपियन देशों ने ब्रिटेन से यात्रा पर बैन लगा दिया है. SPA ने कहा कि जो लोग भी 8 दिसंबर के बाद से यूरोप या वायरस का नया स्ट्रेन मिलने वाले देश से सऊदी अरब आए हैं, उन्हें खुद को दो हफ्तों के लिए सेल्फ-आइसोलेट करना होगा और टेस्टिंग करानी होगी.कुवैत-कनाडा ने भी बैन की फ्लाइट्ससऊदी के पड़ोसी देश कुवैत ने भी रविवार को ब्रिटेन से आने वाली पैसेंजर फ्लाइट को बैन कर दिया. दक्षिणी इंग्लैंड में कोरोना वायरस के नए स्वरूप (स्ट्रेन) के पांव पसारने के मद्देनजर कनाडा ने ब्रिटेन से यात्री उड़ानों के परिचालन पर रोक लगा दी है. घटनाक्रम से वाकिफ एक अधिकारी ने पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर इस बात की पुष्टि की. फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया, आयरलैंड और बुल्गारिया पहले ही ब्रिटेन की यात्रा पर पाबंदी की घोषणा कर चुके हैं.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप के तेजी से फैलने के बाद क्रिसमस से पहले दक्षिणी इंग्लैंड में बाजारों को बंद करने और लोगों के जमावड़े पर रोक लगाने की घोषणा की है. जॉनसन ने श्रेणी-4 के सख्त प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव से लागू करते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कोरोना वायरस का एक नया स्ट्रेन सामने आया है, जो पूर्व के वायरस के मुकाबले 70 प्रतिशत अधिक तेजी से फैलता है और लंदन एवं दक्षिण इंग्लैंड में तेजी से संक्रमण फैला सकता है. हालांकि, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जो साबित करे कि वायरस का नया प्रकार अधिक घातक है और इस पर टीका कम प्रभावी होगा.
ब्रिटेन-सऊदी में चल रहा है वैक्सीनेशन
ब्रिटेन में फाइजर वैक्सीन के जरिए वैक्सीनेशन का कार्यक्रम भी शुरू हो गया है हालांकि इसी बीच कोरोना वायरस का तेजी से फैलने वाला नया स्ट्रेन मिला है, जिसके बाद यूरोप में स्थिति और गंभीर हो गई है. यूरोप, देश में पहला ऐसा क्षेत्र बन गया है, जहां अब तक कुल 500,000 मौतें हो चुकी हैं. सऊदी अरब ने पिछले हफ्ते Pfizer-BioNTech वैक्सीन की पहली शिपमेंट मिल जाने के बाद से तीन चरणों के कोविड-19 वैक्सीनेशन का प्रोग्राम शुरू किया है. किंगडम में अबतक 361,000 केस सामने आ चुके हैं, वहीं कुल 6,000 मौतें हुई हैं, जोकि खाड़ी देशों में सबसे ज्यादा है. हालांकि, यहां पर रिकवरी रेट भी ऊंचा है.