सऊदी अरब ने यमन के मारिब प्रांत में हवाई हमले किए हैं. जिसके कारण 24 घंटे के भीतर कम से कम 43 हूती विद्रोहियों की मौत हो गई है. इस बात की जानकारी सेना से जुड़े सूत्र ने दी है. मारिब स्थित सशस्त्र बलों के मीडिया केंद्र से शिन्हुआ न्यूज एजेंसी से बात करते हुए इस सूत्र ने कहा, 'हवाई हमलों में विद्रोहियों के ठिकानों और उन स्थानों को निशाना बनाया गया, जहां ये लोग एकत्रित होते हैं (Saudi Arabia Houthi Conflict). इसमें 43 लोगों की मौत हो गई है और हथियारों वाले नौ वाहन नष्ट हो गए हैं.'
सैन्य सूत्र ने आगे बताया कि मंगलवार को किए गए इन हमलों में सरकार समर्थिक सैन्य बलों को कोई नुकसान नहीं हुआ है. उसने कहा, 'हवाई हमले, फ्रंटलाइन पर (यमनी) सेना के ठिकानों पर विद्रोहियों द्वारा शुरू किए गए जमीनी हमलों के जवाब में किए गए हैं.' वहीं हूती संगठन द्वारा संचालित अल-मसीरा टीवी ने बताया कि सऊदी अरब की ओर से सिरवाह जिले में 19 बार हमला किया गया है (Saudi Arabia Houthi War). लेकिन चैनल ने इससे अधिक जानकारी नहीं दी है. पिछले हफ्ते, हूतियों ने दक्षिण-पश्चिमी मारिब में राहाबा जिले पर कब्जा कर लिया था.
मारिब पर कब्जा करना चाहता है हूती
फरवरी महीने में हूती विद्रोहियों ने तेल-समृद्ध प्रांत मारिब पर कब्जा करने के लिए यहां कई बार हमले किए हैं. यह सऊदी अरब समर्थित यमनी सरकार का अंतिम उत्तरी गढ़ है. करीब एक हफ्ते पहले भी ईरान समर्थिक हूती विद्रोहियों ने (Houthi Rebels News) सऊदी अरब के तेल समृद्ध पूर्वी क्षेत्र और दक्षिण में स्थित नाजरन और जाजन शहर को निशाना बनाते हुए कम से कम तीन मिसाइल दागी थीं. इन मिसाइलों को हवा में ही रोक दिया गया, लेकिन इनके नष्ट होने के बाद जो मलबा जमीन पर गिरा, उसमें दो बच्चे घायल हो गए और कई इमारतों को भी नुकसान पहुंचा.
सऊदी और हूती के बीच लड़ाई क्यों?
यमन का गृहयुद्ध 2014 के अंत में शुरू हुआ. तब हूती संगठन ने देश के अधिकांश उत्तरी हिस्से पर नियंत्रण हासिल कर लिया था और राष्ट्रपति अब्द-रब्बू मंसूर हादी (Abd-Rabbu Mansour Hadi) की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार को राजधानी सना से बाहर कर दिया. हादी की सरकार का समर्थन करने के लिए मार्च 2015 में यमनी संघर्ष में सऊदी नेतृत्व वाले अरब गठबंधन ने हस्तक्षेप किया. सऊदी अरब यहां यमन सरकार का समर्थन कर रहा है. इसके अलावा उसने सीजफायर या किसी बातचीत से पहले सना एयरपोर्ट को बंद किया हुआ है. हूती इस एयरपोर्ट को खुलवाना चाहते हैं (Reason on Yemen War) और इसी वजह से वो लगातार सऊदी अरब को निशाने पर ले रहा है.