कीव: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को लेकर एक बार फिर पुतिन की ओर से चेतावनी दी गई है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन का कहना है कि उसे यूक्रेन की सीमा में कार्रवाई का हक है और यूक्रेन को नाटो की ओर से मदद के रूप में मिले हथियारों को रूस निशाना भी बनाएगा. पुतिन की ओर से कहा गया है कि नाटो की ओर से मिलने वाले हथियारों को रूस नष्ट करेगा.
बता दें कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से मारियुपोल में जीत का दावा करने के कुछ घंटों बाद बाइडेन ने ये बयान दिया है. बाइडेन ने मारियुपोल पर रूस के दावे को संदिग्ध भी बताया.
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग की जानकारी रखने वाले अधिकारियों के मुताबिक, यूरोपीय संघ यूक्रेन के लिए एक सॉलिडैरिटी ट्रस्ट फंड तैयार कर रहा है. यूक्रेनी वित्त मंत्री सेरही मार्चेंको के मुताबिक देश को प्रति माह लगभग 5 बिलियन डॉलर की जरूरत है. एक अन्य अधिकारी के अनुसार, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने कीव की अपनी हालिया यात्रा पर यूरोपीय संघ के ट्रस्ट फंड के विचार पर यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ चर्चा की.
उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति एक बार फिर खुलकर यूक्रेन के साथ खड़े दिख रहे हैं. जो बाइडेन ने गुरुवार को यूक्रेन की मदद के लिए 800 मिलियन डॉलर (करीब 61 अरब रुपए) की अतिरिक्त सैन्य मदद की घोषणा की. नए मिलिट्री पैकेज में पूर्वी यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में बढ़ती लड़ाई के लिए भारी तोपखाने, गोला-बारूद और ड्रोन शामिल हैं. बाइडेन ने कहा कि पुतिन शर्त लगा रहे हैं कि पश्चिमी देशों की एकता टूट जाएगी और मैं कहता हूं कि हम एक बार फिर उन्हें गलत साबित करने जा रहे हैं.
एसोसिएटेड प्रेस-एनओआरसी सेंटर फॉर पब्लिक अफेयर्स रिसर्च की ओर से एक रिसर्च किया गया है जिसकी रिपोर्ट गुरुवार को आई. सर्वे में पता चला कि रूस-यूक्रेन युद्ध में अमेरिकियों के शामिल होने की इच्छा कुछ हद तक कम हो गई है. करीब 32% का कहना है कि संघर्ष में अमेरिका की प्रमुख भूमिका होनी चाहिए. यह पिछले महीने के 40% से कम है, हालांकि फरवरी में ऐसा कहने वाले 26% लोग थे. 49% का कहना है कि यू.एस. की एक छोटी भूमिका होनी चाहिए.