रूस के हमले से कई देशों में पैदा होगी अस्थिरता, अमेरिका ने 'दोस्त' को भेजे 80 टन हथियार

जब यूक्रेन संकट का निपटारा करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कवायद तेज हो गई है.

Update: 2022-02-10 08:01 GMT

यूक्रेन (Ukraine) और रूस (Russia) के बीच जारी गतिरोध के बीच अमेरिका (US) हथियारों की सप्लाई करके यूक्रेन की मदद करने का कोशिश में जुट गया है. अमेरिका के दो सैन्य विमान हथियारों के साथ बुधवार को यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे. अमेरिकी विमानों ने यूक्रेन को लगभग 80 टन से अधिक भार के हथियारों की सप्लाई की है. संयुक्त राज्य अमेरिका के सैन्य विमान अभी तक ऐसे ही 10 विमान हथियारों के साथ यूक्रेन का रुख कर चुके हैं. यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव (Ukrainian Defence Minister Oleksii Reznikov) ने इसकी जानकारी दी है.

उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि आज बॉरिस्पिल एयरपोर्ट (Boryspil Airport) पर दो अमेरिकी विमानों ने 80 टन से ज्यादा बारूद के साथ लैंड किया. यूक्रेन की सेना (Ukrainian Army) के सोर्स के हवाले से आरबीएस-यूक्रेन ने बताया कि अमेरिका ने यूक्रेन को टोटल 45 विमान हथियारों की सप्लाई करने की योजना बनाई है. गौरतलब है कि यूक्रेन के आसपास की स्थिति हाल के कुछ हफ्तों में खराब हुई है. अमेरिका और यूरोपीय संघ ने यूक्रेनी सीमा (Ukrain Border) पर रूसी सैन्य निर्माण पर चिंता जाहिर की है. इतना ही नहीं, नाटो ने सहयोगियों से कीव (Kiev) के लिए अपने सैन्य समर्थन को बढ़ावा देने की भी अपील की है.
रूस के हमले से कई देशों में पैदा होगी अस्थिरता
वहीं, अमेरिकी सेना के लेफ्टिनेंट जनरल एरिक कुरिला ने मंगलवार को सांसदों से अपील की कि अगर रूस यूक्रेन पर हमला करता है तो इससे सीरिया सहित पश्चिम एशिया में व्यापक अस्थिरता पैदा होने की आशंका है. उन्होंने कहा कि ईरान, अमेरिका और इस क्षेत्र में सहयोगियों के लिए प्रमुख खतरा बना हुआ है. कुरिल्ला ने पश्चिम एशिया में शीर्ष अमेरिकी कमांडर के पद के लिए सीनेट में सुनवाई के दौरान सदन की सशस्त्र सेवा समिति से कहा, 'चीन, मध्य कमान क्षेत्र में अपनी ताकत बढ़ा रहा है और वहां किए जाने वाले खर्च का विस्तार कर रहा है. इस क्षेत्र में वे देश भी शामिल हैं, जिनकी अमेरिका को अफगानिस्तान में चरमपंथी गतिविधियों पर खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए आवश्यकता है.'
कुरिल्ला कहा, 'अमेरिका, चीन और रूस के साथ रणनीतिक प्रतिस्पर्धा के एक नए युग का सामना कर रहा है जो एक भौगोलिक क्षेत्र तक सीमित नहीं है और मध्य कमान क्षेत्र में फैली हुई है. अमेरिका चीन के साथ प्रतिस्पर्धा को प्राथमिकता देता है, जो सही फैसला है, लेकिन हमें पश्चिम एशिया और मध्य एवं दक्षिण एशिया में भी सक्रिय रहना चाहिए.' कुरिल्ला ने यह बात ऐसे वक्त पर कही है, जब यूक्रेन संकट का निपटारा करने के लिए अंतरराष्ट्रीय कवायद तेज हो गई है.
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