रूसी सैनिक यूक्रेन से जा रहे हैं वापस, कई इलाकों में बिछाई बारूदी सुरंग; राष्ट्रपति जेलेंस्की ने किया लोगों को आगाह
वे पूरे क्षेत्र में बारूदी सुरंगें छोड़ गए हैं, यहां तक कि घरों और लाशों के आसपास भी वे बारूदी सुरंगें छोड़ गए हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कीवः रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. यूक्रेन की सेना (Ukraine Army) ने रूसी सैनिकों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है. इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (President Zelensky) ने लोगों को आगाह किया कि राजधानी से पीछे हट रहे रूसी सैनिकों ने उसके बाहरी इलाकों में एक बड़ी आपदा पैदा कर दी है. वे पूरे क्षेत्र में बारूदी सुरंगें छोड़ गए हैं, यहां तक कि घरों और लाशों के आसपास भी वे बारूदी सुरंगें छोड़ गए हैं.
राष्ट्रपति ने की लोगों से अपील
जेलेंस्की (President Zelensky) ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि रूसी सैनिक (Russian Troops) पूरे क्षेत्र में बारूदी सुरंगें बिछा रहे हैं. वे घरों के आसपास बारूदी सुरंगें ( Landmines) छोड़ रहे हैं. यहां तक कि युद्ध में मारे गए लोगों की लाशों को भी नहीं बख्श रहे हैं. उन्होंने क्षेत्र के लोगों से तब तक सामान्य जीवन में न लौटने की अपील की, जब तक यह सुनिश्चित नहीं कर लिया जाता कि बारूदी सुरंगें हटा दी गई हैं और गोलाबारी का खतरा टल गया है.
यूक्रेन में गहराया संकट
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यह चेतावनी ऐसे समय में जारी की है कि जब रूसी सेना द्वारा निकासी कार्यों को लगातार दूसरे दिन बाधित करने से बंदरगाह शहर मारियुपोल में मानवीय संकट गहरा गया है और क्रेमलिन ने यूक्रेन पर रूसी धरती पर स्थित एक ईंधन डिपो पर हेलीकॉप्टर से हमला करने का आरोप लगाया है.
यूक्रेन ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी
हालांकि, यूक्रेन (Ukraine) ने इस हमले की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है, लेकिन अगर रूसी दावों की पुष्टि होती है तो यह युद्ध में पहला ऐसा हमला होगा, जिसमें किसी यूक्रेनी विमान ने रूसी हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की है. क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि निश्चित रूप से यह एक ऐसी कार्रवाई नहीं है, जिसे दोनों पक्षों के बीच वार्ता जारी रखने के माकूल माना जा सकता है.
रूस सैनिकों को बुला रहा वापस
वहीं, रूस ने कीव (Kyiv) के आसपास के क्षेत्रों से अपने कुछ सैनिकों को वापस बुलाना जारी रखा है. दरअसल, मॉस्को ने सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि वह यूक्रेन की राजधानी और उत्तरी शहर चेर्निहाइव के पास सैन्य गतिविधियों में कमी लाएगा.