रूस के एयरबेस पर हमला, यूक्रेनी सैनिकों ने क्रीमिया में एयरबेस को उड़ाया
यूक्रेन के पास जो मिसाइलें और रॉकेट हैं वह सिर्फ 70 किमी तक जा सकते हैं।
मॉस्को:रूस और यूक्रेन का युद्ध पिछले 165 दिनों से चल रहा है। इस बीच रूस के कब्जे वाले क्रीमिया से एक तस्वीर आई है जो पूरे सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है। इस तस्वीर में एक बड़ा धमाका देखा जा सकता है। मंगलवार को रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि नोवोफ़ेडोरिव्का गांव के पास रूसी नौसेना के साकी एयर बेस पर धमाका हुआ। घटना स्थानीय समय के मुताबिक शाम 3:20 पर हुई। उन्होंने आगे बताया कि धमाके के कारण कोई भी घायल नहीं हुआ है।
मंत्रालय ने कहा कि इस हादसे में कोई भी विमान क्षतिग्रस्त नहीं हुआ। आग बुझाने के उपाय किए जा रहे हैं। विस्फोटों के कारणों का पता लगाया जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबित हवाई क्षेत्र में गोला बारूद का भंडारण था, जिस पर आग का कोई प्रभाव नहीं पड़ा था। वहीं न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन के एक अधिकारी ने कहा कि इस विस्फोट के पीछे यूक्रेनी सेना का हाथ है।
क्या यूक्रेनी सैनिकों ने किया हमला
रिपोर्ट्स के मुताबिक अधिकारी ने संवेदशील सैन्य मामलों पर चर्चा करते हुए दावा किया, 'ये एक हवाई अड्डा था। दक्षिणी थिएटर में हमारी सेना पर हमला करने के लिए ये नियमित तौर पर यहीं से उड़ान भर रहे थे।' इस हमले में किस तरह के हथियार का इस्तेमाल हुआ है इसकी जानकारी नहीं हुई है। हालांकि अधिकारी ने सिर्फ इतना बताया कि इस्तेमाल किए गए हथियार को यूक्रेन में बनाया गया था। एक वरिष्ठ रूसी सैन्य अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की थी कि नोवोफ़ेडोरिव्का में धमाके हुए।
यूक्रेन के रॉकेट की पहुंच से दूर
रूस ने 2014 में क्रीमिया पर कब्जा किया था, इसके साथ उसने साकी एयरबेस को भी कब्जे में ले लिया। रूसी नौसेना की 43वीं स्वतंत्र नौसेना हमला विमानन रेजिमेंट यहीं तैनात है। इस बेस पर 12 सुखोई-30MS, छह SU-24Ms और छह Su-24MRs शामिल हैं। ये रेजिमेंट 2021 में काला सागर में नाटो सैन्य बलों के साथ कई मुठभेड़ कर चुकी है। ये बेस अभी युद्ध की जगह से 200 किमी दूर है। यानी साकी एयर बेस यूक्रेन के लॉन्ग रेंज फायर मिसाइल से दूर है। यूक्रेन के पास जो मिसाइलें और रॉकेट हैं वह सिर्फ 70 किमी तक जा सकते हैं।