लुहांस्क पर जल्द कब्जा कर लेगा रूस, डोनेस्क में हो रही भीषण गोलाबारी, जानें क्या बोला सीरिया
यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे संघर्ष को 128 दिन बीत गए हैं। वहीं अब रूसी सेना लुहांस्क प्रांत पर कब्जा करने के करीब है, हालांकि यहां यूक्रेन की सेना ने रूस को कड़ी टक्कर दी लेकिन अब इस प्रांत पर रूस का कब्जा तय है।
यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे संघर्ष को 128 दिन बीत गए हैं। वहीं अब रूसी सेना लुहांस्क प्रांत पर कब्जा करने के करीब है, हालांकि यहां यूक्रेन की सेना ने रूस को कड़ी टक्कर दी लेकिन अब इस प्रांत पर रूस का कब्जा तय है। खबरों की मानें तो रूसी सेना ने लुहांस्क के लिसिचांस्क शहर को पूरी तरह से घेर लिया है और यहां भीषण गोलाबारी हो रही है।
गोलीबारी से लोग डरे हुए हैं लोग
लुहांस्क के गवर्नर ने कहा कि रूसी सेना की गोलाबारी लिसिचांस्क शहर के लोगों के लिए आफत बनकर आई है। लगातार भीषण गोलीबारी से लोग डरे हुए हैं। जो नागरिक बचे हैं वे घरों में ही कैद हैं और उनका भविष्य क्या होगा कुछ नहीं कह सकते। इस बीच सीरिया ने कहा है कि वह लुहांस्क और डोनेस्क की रूस समर्थित सरकारों को समर्थन देने के लिए तैयार है।
डोनेस्क में भी भीषण लड़ाई जारी
खबरों की मानें तो यूक्रेन के डोनेस्क में भी भीषण लड़ाई हो रही है। यहां के बड़े शहर स्लोविंस्क में शुक्रवार को देर रात रूसी सेना के हमले में चार लोगों मौत की खबर है। वहीं रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि रूसी सेना ने लिसिचांस्क के तेलशोधक कारखाने पर कब्जा कर लिया है।
क्लस्टर बमों से हमला कर रहा रूस
यूक्रेनी सेना ने दावा किया कि रूसी सेना क्लस्टर बमों से ताबड़तोड़ हमले कर रही है और रूसी सेना के साथ रूस समर्थित लड़ाके लुहांस्क और डोनेस्क में लड़ रहे हैं। बता दें कि यूक्रेन के दोनों प्रांतों के कुछ हिस्से पर 2014 से रूस समर्थित विद्रोहियों का कब्जा है।
क्या होते हैं क्लस्टर बम
क्लस्टर बम कई बमों का गुच्छा होता है। इसे फाइटर जेट की मदद से गिराया जाता है। एक ही क्लस्टर बम में कई बम गुच्छे होते हैं। खास बात यह है कि दागे जाने के बाद क्लस्टर बम अपने भीतर के बमों को गिराने से पहले हवा में मीलों तक उड़ सकते हैं। ये विनाशकारी बम जिस जगह पर गिरते हैं, वहां 25 से 30 मीटर के दायरे में भयानक तबाही मचा सकते हैं।