रूस-यूक्रेन जंग: पुतिन की 'गलती' के कारण पिस रहा आम आदमी, दुनियाभर में इतने लोग फंसे
नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग में सबसे ज्यादा वो आम आदमी पिस रहा है जिसने ना कोई गलती की है और ना ही उसकी इस युद्ध में कोई सक्रियता है. जब से रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है, कई देशों द्वारा उसके लिए एयरस्पेस को ही बंद कर दिया गया है. इस वजह से अब कई रूसी नागरिक जगह-जगह फंस चुके हैं और उनका अपने घर पहुंचना ही बड़ी चुनौती बन गया है.
यूक्रेन में रूस के हमलों की आलोचना करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी कहा है कि रूस बहुत बड़ी गलती कर रहा है और इससे उसके लोगों को बहुत नुकसान होगा.
इस समय करीब 27000 रूसी नागरिक अलग-अलग देशों में फंसे हुए हैं. जब से यूरोपीय संघ के देशों और कनाडा ने अपना एयरस्पेस रूस के लिए बंद किया, तमाम एयरलाइन के लिए सबड़े बड़ी चुनौती ये बन गई कि सभी यात्रिकों को कौन से रास्ते से वापस लाया जाए. इस समय एक नहीं दो नहीं, बल्कि 30 से ज्यादा देशों ने अपना एयरस्पेस रूस के लिए बंद कर दिया है. इस वजह से सबसे ज्यादा तकलीफ रूसी यात्री ही झेल रहे हैं क्योंकि वे बिना किसी संसाधन के कई देशों में फंस चुके हैं.
वहीं क्योंकि अभी भी युद्ध जारी है और रूस अपने हमलों को और तेज कर रहा है, ऐसे में पाबंदियों का दौर कम होने के बजाए और ज्यादा बढ़ने वाला है. अब तो अमेरिका ने भी रूस के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है. इस वजह से पूरी दुनिया में ही रूस बड़े स्तर पर आइसोलेट हो चुका है. उसकी अर्थव्यवस्था को तो भारी नुकसान हो रही है, तमाम एयरलाइन भी नुकसान में जा रही हैं.
वैसे बात जब एयरलाइन की आती हैं, दूसरे देशों को भी एयरस्पेस बंद करने की वजह से नुकसान झेलना पड़ रहा है. कोरोना काल के बाद बड़ी मुश्किल से तमाम एयरलाइन फिर अपनी फ्लाइट शुरू की थीं. स्थिति सामान्य की ओर बढ़ने भी लगी थीं, लेकिन सबकुछ ठीक हो पाता उससे पहले रूस और यूक्रेन के बीच में युद्ध छिड़ गया और इसका सीधा असर कई देशों की एयरलाइन को भी हुआ.
बताया जा रहा है कि एयरस्पेस बंद होने की वजह से कार्गो मूवमेंट पर काफी असर पड़ा है. कोरोना काल में भी फ्लाइट बंद होने की वजह से सप्लाई चेन बुरी तरह प्रभावित हुई थी. अब इस युद्ध ने भी कई फ्लाइट को कैंसिल करवा दिया है, कई फ्लाइट देरी से चल रही हैं.