रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के 34वें दिन इस्तांबुल से पॉजिटिव खबर आई. जिसमें कहा गया कि युद्ध समाप्त करने के लिए दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों की मुलाकात हो सकती है. इस सुलह की गुंजाइश की कोशिशों के बीच आज रूस ने यूक्रेन के 7 लोग मार दिए. यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने यह दावा किया है.
जेलेंस्की ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन के दक्षिणी शहर मायकोलायिव (Mykolaiv ) में क्षेत्रीय सरकारी मुख्यालय पर रूसी मिसाइल हमले में सात लोग मारे गए. एक अनुवादक के माध्यम से डेनिश संसद को संबोधित करने वाले ज़ेलेंस्की ने कहा कि इस स्ट्राइक में 22 लोग जख्मी भी हो गए हैं.
क्षेत्रीय गवर्नर विटाली किम के टेलीग्राम चैनल ने 9 मंजिला इमारत के केंद्र में एक बड़ा छेद दिखाया है. किम का आरोप है कि रूसी सेना ने हमला करने से पहले इमारत में काम करने के लिए लोगों के आने तक इंतजार किया और फिर इमारत को निशाना बनाया और कहा कि वह भाग्यशाली निकले क्योंकि वह सुबह देर तक सो रहे थे इसलिए दफ्तर जाने में देरी हो गई.
जेलेंस्की ने अब तक अमेरिका, ब्रिटेन, स्वीडन, जर्मनी, कनाडा, इज़राइल, जापान और यूरोपीय संघ सहित कई देशों में सांसदों को ऑनलाइन भाषण दिए हैं. इन तकरीरों के जरिए जेलेंस्की यूक्रेन और खुद के लिए अंतर्राष्ट्रीय समर्थन हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं और हमलावर देश रूस का दुनिया में अलग थलग करने के लिए भरपूर कोशिश कर रहे हैं. इसी के परिणामस्वरूप नाटो और यूरोपियन देश यूक्रेन को सैन्य सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं और रूस पर लगातार कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाने में जुटे हैं.
जेलेंस्की बुधवार को नॉर्वे की संसद को संबोधित करने वाले हैं. उन्होंने डेनिश संसद को बताया कि "द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हमने जो देखा है, उससे कहीं अधिक क्रूर क्रूरता अब देख रहे हैं."
रूस के बीते 24 फरवरी से यूक्रेन पर हमले जारी हैं. रूस अपने पड़ोसी को निरस्त्र करने के लिए इसे विशेष सैन्य अभियान कहता है न कि युद्ध. इस जंग में की गई गोलाबारी में यूक्रेन के कई शहर तबाह हो गए हैं और रूस ने भी अपने तमाम सैनिक और सैन्य सामान गंवा दिया है.