रूस ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर को 1 महीने के भीतर ब्लॉक करने की दी धमकी, जानें क्यों है खफा
ऐसे लोगों को ट्रैक करने का आदेश दिया था जो "बच्चों को अवैध और गैर-कानूनी सड़क कार्रवाई में खींचते हैं"।
रूस ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर को एक महीने के भीतर ब्लॉक करने की धमकी है, रूस सरकार ने कहा है कि अगर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म देश में प्रतिबंधित कंटेट को हटाने के लिए कदम नहीं उठाता है तो देश से उसे ब्लॉक कर दिया जाएगा।
रूस में सोशल मीडिया पर निगरानी रखने वाले रोसकोम्नाडज़ोर ने पिछले सप्ताह ड्रग्स और चाइल्ड पोर्नोग्राफी के साथ-साथ बच्चों के बीच आत्महत्या की सामग्री को हटाने में विफल होने के कारण ट्विटर पर फोटो और वीडियो अपलोड करने की स्पीड को धीमा कर दिया गया था।
एजेंसी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर ट्विटर रूसी कानूनों को नहीं मानता है तो एक महीने के भीतर उसे देश में ब्लॉक कर दिया जाएगा। एजेंसी के डिप्टी चीफ वादिम सबोटिन ने कहा कि ट्विटर इकलौता ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो रूस के नियमों को नजरअंदाज कर रहा है। ट्विटर के यूजर्स लगातार प्रतिबंधित व्यवहार कर रहे हैं, वे बाल यौन शोषण, आत्महत्या के लिए उकसाने वाले वीडियो पोस्ट कर रहे हैं। इन सब सवालों का ट्विटर की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।
रोस्कोम्नाडज़ोर ने कहा कि ट्विटर ऐसी 3000 हजार पोस्ट हटाने में विफल रहा है जिसमें 2,500 से अधिक प्रतिबंधित सामग्री है, जृइस सामग्री पर नाबालिगों के बीच आत्महत्या को प्रोत्साहित करने का आरोप लगाया गया है।
ऐसा माना जा रहा है कि रूस में ट्विटर को ब्लॉक करने का ये विवाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे बड़े दुश्मन एलेक्सी नावलनी के समर्थन वाले वीडियो दिखाने को लेकर हो रहा है। जेल में बंद नावलनी के सपोर्ट में हजारों लोग सड़कों पर उतर आए थे। जिनके विरोध प्रदर्शनों के वीडियो ट्विटर पर अपलोड किए गए थे, इन सब के बाद सरकार ने सोशल मीडिया मंच की आलोचना भी की थी।
अधिकारियों ने यह भी आरोप लगाया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए बच्चों से आग्रह करने वाली कॉल को हटाने में भी विफल रहा। पुतिन ने पुलिस को सोशल मीडिया साइटों की निगरानी करने और ऐसे लोगों को ट्रैक करने का आदेश दिया था जो "बच्चों को अवैध और गैर-कानूनी सड़क कार्रवाई में खींचते हैं"।