रूस ने साधा अमेरिका पर निशाना, कहा- यदि वह बात नहीं करना चाहते हैं, तो वह उनकी पसंद है
शुक्रवार को कहा कि बाली में जी20 में रूस का बहिष्कार करने की जी7 योजना विफल रही।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को कहा कि वह काला सागर बंदरगाहों पर यूक्रेनी अनाज की नाकाबंदी सहित कई मुद्दों को हल करने के लिए पश्चिमी देशों से बातचीत करना चाहते हैं, लेकिन, 'यदि वे (पश्चिम) बात नहीं करना चाहते हैं, तो वह उनकी पसंद है।' बता दें कि इस सम्मेलन में रूस-यूक्रेन संघर्ष और युद्ध की वजह से खाद्य सुरक्षा और ऊर्जा पर पड़ रहे बुरे प्रभाव जैसे मुद्दे हावी रहे। इंडोनेशिया के बाली में चल रही जी-20 (G 20) बैठक बिना किसी संयुक्त बयान के समाप्त हुई और किसी समझौते की कोई घोषणा नहीं की गई।
अमेरिका दूसरे देशों के अधिक महंगे स्रोतों को अपनाने के लिए मजबूर कर रहा है: लावरोव
लावरोव ने कहा, 'हमनें (रूस) आपसी संपर्क बंद नहीं किए बल्कि संपर्कों को बंद करने की पहल अमेरिका की तरफ से हुई है। उन्होंने आगे कहा कि हम किसी के पीछे नहीं दौड़ते ब्लकि हम मिलनें की पेशकश करते हैं। लावरोव ने आगे कहा, 'रूस यूक्रेनी और तुर्की सहयोगियों के साथ बातचीत के लिए तैयार है। लावरोव ने कहा, 'यूक्रेन को अपने बंदरगाहों को फिर से खोले, खतरनाक क्षेत्रों वालें मार्ग को सुरक्षित बनाए।' विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिका द्वारा यूरोप सहित पूरी दुनिया को सस्ते ऊर्जा स्रोतों को छोड़ने और अधिक महंगे स्रोतों को अपनाने लिए मजबूर करने की कोशिश कर रहा है।
यूक्रेन की जगह पश्चिमी देश पहले अपनी चिंता करतें हैं:लावरोव
लावरोव ने कहा, 'रूस सस्ती ऊर्जा की आपूर्ति पर अपने सभी दायित्वों को पूरा करने के लिए तैयार है। लावरोव ने जोर देकर कहा, 'पश्चिम की दोहरी सोच से पता चलता है वो सबसे पश्चिमी देश सबसे पहले अपनी चिंता करते हैं बाद में यूक्रेन को लेकर सोचते हैं। बताते चलें कि रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने शुक्रवार को कहा कि बाली में जी20 में रूस का बहिष्कार करने की जी7 योजना विफल रही।