यूक्रेन के खिलाफ रूस ने 'VIAGRA' को बनाया हथियार, जारी किया 'RAPE' का फरमान

रूस और यूक्रेन के बीच बीते 9 महीने से जारी युद्ध किसी निष्कर्स पर पहुंचता नहीं दिखाई दे रहा. युद्ध में अब तक लाखों की संख्या में जिंदगियां तबाह हो चुकी हैं. लाखों की संख्या में लोग बेघर हो चुके हैं

Update: 2022-10-17 01:09 GMT

रूस और यूक्रेन के बीच बीते 9 महीने से जारी युद्ध किसी निष्कर्स पर पहुंचता नहीं दिखाई दे रहा. युद्ध में अब तक लाखों की संख्या में जिंदगियां तबाह हो चुकी हैं. लाखों की संख्या में लोग बेघर हो चुके हैं और भारी तादाद में लोग यूक्रेन छोड़कर दूसरे देशों में पनाह लेने को मजबूर हुए हैं. इतनी तबाही के बाद भी दोनों देश एक दूसरे पर लगातार हमला किए जा रहे हैं. ताजा घटनाक्रम में कथित रूप से रूस ने यूक्रेन के खिलाफ अपने सैनिकों को अजीब फरमान जारी किया है. संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने कहा कि रूस अपने सैनिकों को वियाग्रा दे रहा है ताकि वे यूक्रेनी महिलाओं का रेप करें.

रूसी सैनिकों को यूक्रेनियन से बलात्कार करने का आदेश?

जैसे ही रूस-यूक्रेन युद्ध अक्टूबर में अपने आठवें महीने में आगे बढ़ा, संकट से के साथ-साथ कई भयानक तस्वीरें भी सामने आईं. उनमें से सबसे अधिक परेशान करने वाला था बुका नरसंहार. अब, संयुक्त राष्ट्र ने दावा किया है कि आक्रमण के दौरान रूसी सैनिकों को यूक्रेनियन से बलात्कार करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.

संयुक्त राष्ट्र की चौंकाने वाली रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के एक अधिकारी ने दावा किया कि रूस अपने सैनिकों को ड्रग्स मुहैया करा रहा है ताकि वे "सैन्य रणनीति" के तहत यूक्रेनियन पर यौन हमला कर सकें. संयुक्त राष्ट्र के दावों के अनुसार, रूसी सैनिकों को वियाग्रा दी जा रही है ताकि यूक्रेन में नागरिकों का बलात्कार किया जा सके. संघर्ष में यौन हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र की विशेष प्रतिनिधि प्रमिला पैटन ने ये चौंकाने वाला खुलासा किया. पैटन ने कहा कि जब आप महिलाओं को वियाग्रा से लैस रूसी सैनिकों के बारे में गवाही देते सुनते हैं, तो यह स्पष्ट रूप से एक सैन्य रणनीति है.

बलात्कार और यौन हिंसा के सौ से अधिक मामले दर्ज

रूस-यूक्रेन युद्ध की चौंकाने वाली भयावहता के बारे में बात करते हुए, पैटन ने आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने आक्रमण शुरू होने के बाद से बलात्कार और यौन हिंसा के सौ से अधिक मामले दर्ज किए हैं. पीड़ितों में न केवल महिलाएं और लड़कियां हैं, बल्कि पुरुष और लड़के भी हैं. इस साल की शुरुआत में, यूक्रेन में संयुक्त राष्ट्र स्वतंत्र अंतर्राष्ट्रीय जांच आयोग ने एक रिपोर्ट जारी की जिसमें कहा गया कि रूसी सैनिक नागरिकों के खिलाफ क्रूर युद्ध अपराध कर रहे हैं, जिसमें बलात्कार, यातना और अन्य गैरकानूनी गतिविधियां शामिल हैं.

रूस ने आरोपों का किया खंडन

आयोग ने यह भी दर्ज किया कि युद्ध की शुरुआत के बाद से यौन हिंसा और हमले के शिकार लोगों की उम्र चार से 82 वर्ष के बीच थी. ऐसे मामले भी दर्ज किए गए थे जहां परिवार के सदस्यों को यौन हिंसक कृत्यों को देखने के लिए मजबूर किया गया था. पैटन ने कहा कि रिपोर्ट किए गए मामले असलियत से बेहद कम हैं. दुनिया कभी भी यूक्रेन में यौन उत्पीड़न पीड़ितों की सही संख्या नहीं जान सकती है. संख्या कभी भी वास्तविकता को प्रतिबिंबित नहीं करेगी क्योंकि यौन हिंसा एक मूक अपराध है. इस बीच, रूस ने यूक्रेनी नागरिकों के खिलाफ युद्ध अपराधों के आरोपों का बार-बार खंडन किया है, यह कहते हुए कि वह केवल उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जिन्हें नागरिकों द्वारा खाली कर दिया गया है.

 

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