यूक्रेन के खिलाफ रूस ने उतारा सबसे खतरनाक T-14 टैंक, बिना गनर के दुश्मन पर पड़ेगा भारी
रूस और यूक्रेन युद्ध को 8 महीने होने वाले हैं. लेकिन अभी भी रूस लगातार यूक्रेन पर हमले कर रहा है. रूस ने यूक्रेन पर हमला करने के लिए कई खतरनाक हथियारों का सहारा लिया है. इस बीच खबर है
रूस और यूक्रेन युद्ध को 8 महीने होने वाले हैं. लेकिन अभी भी रूस लगातार यूक्रेन पर हमले कर रहा है. रूस ने यूक्रेन पर हमला करने के लिए कई खतरनाक हथियारों का सहारा लिया है. इस बीच खबर है कि रूस ने यूक्रेन के खिलाफ एक बेहद खतरनार हथियार युद्ध में उतार दिया है. इसका नाम है T-14 अरमाटा. ये टैंक है, जिसे 2014 में डिजाइन किया गया था. तब से 2021 तक प्रोटोटाइप के ट्रायल्स होते रहे. लेकिन पिछले साल से इन टैंकों का इस्तेमाल शुरू हुआ. आज हम आपको इसी टैंक के बारे में बताने जा रहे हैं.
दुनिया का सबसे खतरनाक T-14 अरमाटा टैंक पूरी तरह से डिजिटल उपकरणों से लैस है. इसके अंदर मौजूद क्रू की सुरक्षा के लिए अलग से कंपार्टमेंट भी बनाया गया है. रूस इस टैंक को अपनी पैदल सेना का सबसे प्रमुख हथियार बनाना चाहता है.
ये टैंक 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकता है. इस टैंक का वजन करीब 55 टन है. इसे नेक्स्ट जेनरेशन का टैंक माना जाता है. ये टैंक125 एमएम के स्मूथबोर कैनन से लैस होती है, जो 10 से 12 राउंड प्रति मिनट गोले दाग सकता है.
इतना ही नहीं इस टैंक से दुश्मन कांपता है. ये एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल को भी फायर कर सकता है, जो लो फ्लाइंग ऑब्जेक्ट्स जैसे हेलिकॉप्टर या छोटे ड्रोन का मार गिराने में सक्षम है.
इसके अलावा इस टैंक के फायर कंट्रोल सिस्टम (FCS) में डिजिटल कैटलॉग भी है. जिसके जरिए ये दुश्मनों के टैंकों को खोज कर टारगेट बना कर ताबड़तोड़ फायरिंग कर सकता है.
T-14 टैंक की एक और खासियत है. ये बिना क्रू की मौजूदगी में भी अपने टारगेट को खोजकर बर्बाद कर सकता है. इस टैंक का गनर दुश्मनों के इलाके से दूर बैठकर उनपर निशाना साध सकता है. इससे युद्ध के दौरान होने वाली जनहानि से बचा जा सकता है.