रूस ने बढ़ाई तैनाती, अमेरिका और सहयोगी देशों ने नागरिकों से 48 घंटे में यूक्रेन छोड़ने को कहा

रूस ने बढ़ाई तैनाती

Update: 2022-02-12 15:49 GMT
वाशिंगटन, रायटर। सीमाओं पर बनी तनाव की स्थिति को देखते हुए अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने अपने नागरिकों से 48 घंटे में यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है। रूस के बचे हुए राजनयिकों और अन्य कर्मचारियों ने भी यूक्रेन को छोड़ना शुरू कर दिया है। इस बीच यूक्रेन के साथ बनी तनाव की स्थिति पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारतीय समयानुसार शनिवार देर रात अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन से फोन पर बात करने का फैसला किया है। इससे पहले पुतिन फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर बात करेंगे।
मैक्रों सोमवार को मास्को जाकर यूक्रेन मसले पर उनसे बात कर चुके हैं। माना जा रहा है कि पुतिन और बाइडन में बात नहीं बनी तो कुछ ही घंटों बाद यूक्रेन पर रूसी हमला हो जाएगा। यूक्रेन की सीमाओं पर रूसी सेनाओं की बढ़ी गतिविधियों के बीच अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड आदि ने अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है।
तीन तरफ से चार मोर्चों पर यूक्रेन के घिरने के बाद अमेरिका सहित पश्चिमी देशों ने नागरिकों से निकलने के लिए कहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने साफ कर दिया है कि युद्ध छिड़ने के बाद यूक्रेन से नागरिकों को निकालना संभव नहीं होगा, इसलिए सभी अमेरिकी जल्द से जल्द वहां से निकल आएं।
अमेरिका ने कहा है कि यूक्रेन पर रूसी हमले की शुरुआत हवाई हमलों और मिसाइल प्रहार से हो सकती है, इसके बाद थल सेना और नौसेना के हमले होंगे। ये हमले बीजिंग में विंटर ओलिंपिक को 20 फरवरी को समापन से पहले हो सकते हैं। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलीवान ने कहा है कि यूक्रेन सीमा पर रूसी सैन्य तैनाती बढ़ रही है और बहुत जल्द हमले का अंदेशा है।
इस बीच राष्ट्रपति बाइडन ने पोलैंड में तीन हजार अमेरिकी सैनिक और भेजने का निर्देश दिया है। हाल ही में अमेरिका ने यहां पर 1,700 सैनिक भेजे हैं। अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने यूक्रेन पर हमला होने पर रूस का कड़े आर्थिक प्रतिबंधों की चेतावनी दी है।
रूस यूक्रेन को नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) में शामिल न किए जाने का स्पष्ट आश्वासन चाहता है। उसे आशंका है कि यूक्रेन को नाटो में शामिल कर पश्चिमी देश रूस की सीमा पर अपनी मिसाइलें तैनात कर देंगे। इससे रूस पर खतरा बढ़ जाएगा। रूस की इस मांग पर अमेरिका और नाटो कोई जवाब नहीं दे रहे।
रूस की एक अन्य मांग पूर्वी और मध्य यूरोपीय देशों से नाटो की सैन्य तैनाती हटाए जाने की है। इस पर भी अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो ने कोई जवाब नहीं दिया है। रूस ने इसे पश्चिमी देशों का अपमानजनक आचरण बताया है। उसने कहा है कि पश्चिमी देशों को रूस समेत पूरे क्षेत्र की सुरक्षा की चिंता नहीं है। वे केवल युद्ध का हौव्वा खड़ा करने में लगे हैं और क्षेत्र में तनाव बढ़ा रहे हैं, जबकि रूसी सेनाएं अपनी सीमा के भीतर हैं।
Tags:    

Similar News

-->