रूस ने यूक्रेन पर किया हमला, कहा- एक बड़ा मानवीय संकट खड़ा होगा
यूरोप के आखिरी तानाशाह माने जाने वाले बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंकों के रूस के साथ बेहतर संबंध हैं.
यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) बढ़ता ही जा रही है. रूस (Russia) ने बेलारूस (Belarus) में 30 हजार सैनिकों के साथ परमाणु सक्षम मिसाइलों को तैनात करना शुरू कर दिया है. नाटो (NATO) ने इसे लेकर चेतावनी दी है. इसका कहना है कि अगर यूक्रेन (Ukraine) पर हमला होता है तो एक बड़ा शरणार्थी संकट खड़ा हो सकता है. नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग (Jens Stoltenberg) ने कहा कि रूस ने स्पेट्सनाज विशेष बलों सहित हजारों सैनिकों को तैनात किया है. परमाणु हथियारों से लैस मिसाइलों, लड़ाकू जेट और एस-400 एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम को तैनात किया गया है.
जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि खुफिया सूत्रों ने सुझाव दिया है कि व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) आने वाले दिनों में सैनिकों की संख्या को 30 हजार कर देंगे. ये बेलारूस में शीत युद्ध के बाद सबसे बड़ी रूसी तैनाती होगी. रूस पर नजर रखने वाले लोग विशेष रूप से बेलारूस में तैनात सैनिकों से डरे हुए हैं, क्योंकि यहां से सैनिक आसानी से यूक्रेन की राजधानी कीव (Kiev) पर हमला कर सकते हैं. ये हमले के लिए सबसे छोटा रास्ता होगा. कुछ लोगों ने अनुमान जताया है कि यहां पर आने वाले दिनों में होने वाली मिलिट्री ड्रिल हमले के लिए कवर के रूप में इस्तेमाल की जाएगी.
पूर्वी यूक्रेन में लाखों लोगों का जीवन अधर में लटका
वहीं, नॉर्वेजियन रिफ्यूजी काउंसिल ने भविष्यवाणी की कि अगर पूरे क्षेत्र में हिंसा होती है तो एक बड़ा मानवीय संकट खड़ा होगा. काउंसिल के प्रमुख जान एगलैंड (Jan Egeland) ने यूक्रेन का दौरा करने के बाद एक बयान में कहा, पूर्वी यूक्रेन में लाखों लोगों का जीवन और सुरक्षा अधर में लटकी हुई है, क्योंकि हम मौजूदा गतिरोध को समाप्त करने के लिए एक राजनीतिक सफलता का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा, हमें नए सिरे से होने वाले संघर्ष की मानवीय पीड़ा को कम नहीं आंकना चाहिए. अगर युद्ध हुआ तो इसके परिणामस्वरूप हताहतों की संख्या में इजाफा होगा और बड़े पैमाने पर विस्थापन देखने को मिलेगा.
युद्ध से 20 लाख लोग होंगे विस्थापित
एगलैंड ने कहा कि पूर्वी डोनबास क्षेत्र में लड़ाई की वजह से पहले ही लगभग 8,50, 000 लोग विस्थापित हो चुके हैं. वहीं, 30 लाख लोग मानवीय सहायता पर निर्भर हैं. उन्होंने अनुमान जताया है कि अगर रूस यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्रों में हमला करता है तो 20 लाख और लोग विस्थापित हो जाएंगे. विश्लेषकों द्वारा कई हफ्तों से इस बात की चेतावनी दी जा रही थी कि रूस बेलारूस में अपने हथियारों की संख्या को बढ़ाने में जुटा हुआ है. यहां गौर करने वाली बात ये है कि यूरोप के आखिरी तानाशाह माने जाने वाले बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंकों के रूस के साथ बेहतर संबंध हैं.