नूपुर शर्मा के बयान पर बवाल: चीन ने की टिप्पणी, कहा- मनमाने ढंग से उइगर मुस्लिमों को हिरासत में रखा जाता

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Update: 2022-06-13 14:33 GMT

बीजेपी से निलंबित की जा चुकीं नूपुर शर्मा के बयान पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई मुस्लिम देश इस बयान की निंदा कर रहे हैं, नूपुर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. अब भारत के पड़ोसी देश चीन ने भी इस विवाद पर टिप्पणी की है. उसने अल्पसंख्यकों पर भारत को पाठ पढ़ाया है. कहा जा रहा है कि भारत को सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए.

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा है कि हमने इस मामले में कई रिपोर्ट देखी हैं. पूरी उम्मीद करते हैं कि इस मुद्दे को सही तरीके से सुलझा लिया जाएगा. प्रवक्ता ने इस बात पर भी जोर दिया है कि सभी धर्मों का सम्मान होना चाहिए, विभिन्न सभ्यताओं को भी उचित सम्मान मिलना चाहिए. भारत को नसीहत देते हुए चीन यहां तक कह रहा है कि उसे अपनी खुद की सभ्यता को समझना चाहिए, दूसरी सभ्यताओं के साथ किन मुद्दों पर विवाद है, उसे समझना चाहिए. कोशिश करनी चाहिए सभी एक साथ शांति से रहें.
अब जो नसीहत चीन इस समय भारत को दे रहा है, उइगर मुस्लिमों को लेकर पिछले कई सालों से दुनिया चीन को भी आईना दिखा रही है. अभी भी ऐसी खबरें आती रहती हैं कि चीन में उइगर मुस्लिमों के साथ सबसे ज्यादा अत्याचार किया जाता है. उनके अधिकारों का उल्लंघन किया जाता है. जब संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाचेलेट ने चीन दौरा किया था, वे उइगर मुस्लिमों वाले इलाके में भी गई थीं. तब उन्होंने जारी बयान में कहा था कि चीन को अपनी कुछ नीतियों के बारे में फिर सोचने की जरूरत है. इस बात पर भी जोर रहा था कि मानवाधिकारों को लेकर चीन की नकारात्मक छवि ना बने, इस सिलसिले में भी काम करने की जरूरत है. इससे पहले यूएन ने एक जारी बयान में चीन की आलोचना करते हुए कहा था कि वहां पर मनमाने ढंग से उइगर मुस्लिमों को हिरासत में रखा जाता है, उनसे जबरन श्रम करवाया जाता है. आरोप तो ये भी लगा है कि 2017 के बाद शिनजियांग में चीन ने 16 हजार से ज्यादा मस्जिदों को नष्ट करवा दिया था.
लेकिन इस समय अपने खुद के गिरेबान में झांकने के बजाय चीन अल्पसंख्यकों को लेकर भारत को पाढ़ पढ़ा रहा है. इसी तरह हिंदुओं पर अत्याचार करने वाला पाकिस्तान भी मौका देखकर भारत को नसीहत दे रहा है.
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