शाही परिवार को समलैंगिक विवाह की मिली मंजूरी, नहीं छोड़नी होगी 'गद्दी'
नीदरलैंड में समलैंगिक विवाह को 2001 में ही कानूनी मंजूरी मिल गई थी।
नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रूट ने कहा है कि डच शाही परिवार के सदस्य अपने सिंहासन को छोड़े बिना समलैंगिक शादी कर सकते हैं। सांसदों के सवालों के लिखित जवाब में प्रधानमंत्री रूट ने मंगलवार को लिखा, 'कैबिनेट का मानना है कि एक उत्तराधिकारी या राजा को समान लिंग के व्यक्ति से शादी करने के लिए अपने 'शाही सिंहासन' को नहीं छोड़ना होगा।
डच शाही शादियों को संसद से मंजूरी लेना अनिवार्य होता है। सिंहासन की उत्तराधिकारी पर गर्मियों में एक किताब 'अमालिया, ड्यूटी कॉल्स' प्रकाशित होने के बाद इस विषय पर सवाल उठे थे। राजकुमारी अमालिया किंग विलेम-अलेक्जेंडर की सबसे बड़ी संतान हैं। आगामी 7 दिसंबर को वह 18 साल की हो जाएंगी। जून में उन्होंने हाई स्कूल पास किया है।
ठुकराया सरकारी भत्ता
उन्होंने यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने से पहले एक साल के अंतराल की घोषणा की है। अमालिया ने 1.6 मिलियन यूरो वार्षिक भत्ते को भी ठुकरा दिया है, जिसके लिए 18 साल की होने के बाद वह हकदार होंगी। साल की शुरुआत में पीएम रूट को लिखे एक पत्र में उन्होंने कहा था कि मुझे ये पैसे लेना सही नहीं लग रहा। क्योंकि मैं इसके बदले में कुछ नहीं कर रही। जबकि ऐसे कई छात्र हैं जो कोरोना के चलते मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं।
2001 में मिली थी मंजूरी
रूट ने कहा कि आधुनिक परिवार कानून नागरिक जीवन के लिए पारिवारिक कानून संबंधों को स्थापित करने में मदद करता है। अमालिया ने फिलहाल समलैंगिक शादी को लेकर नए फैसले पर कुछ नहीं कहा है। उनकी निजी जिंदगी के बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं। नीदरलैंड में समलैंगिक विवाह को 2001 में ही कानूनी मंजूरी मिल गई थी।