रिपोर्ट में हुआ खुलासा: रूसी जनरलों को मारने के लिए अमेरिका ने की यूक्रेन की खुफिया मदद
जिसका उपयोग वे अपनी रक्षा के लिए कर सकते हैं। लेकिन उस डेटा के किसी भी विवरण का खुलासा करने से इनकार कर दिया है।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। रूस द्वारा किए गए हवाई हमलों से यूक्रेन के कई शहर बुरी तरह से बर्बाद हो गए हैं। वही, इस बीच एक मीडिया रिपोर्ट में वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि अमेरिका ने यूक्रेन के अंदर रूसी जनरलों की खुफिया जानकारी साझा करके कीव सेना की मदद की है। द न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका ने कथित तौर पर कीव को रूस के मोबाइल (चलते-फिरते) सैन्य मुख्यालय के बारे में जानकारी प्रदान की है। इस चलते-फिरते मुख्यालय के बारे में कहा जाता है कि ये अक्सर संघर्ष क्षेत्र में स्थानांतरित किया जाता है।
रिपोर्ट के हवाले से बताया कि कीव ने तोपखाने के हमलों या अन्य हमलों को अंजाम देने के लिए इस डेटा को अपनी खुफिया जानकारी के साथ जोड़ दिया, जिससे कई रूसी कमांडिंग अधिकारियों की मौत हो गई।
हालांकि, अमेरिकी अधिकारियों ने यह बताने से इनकार कर दिया कि वास्तव में यूएस की मदद से कितने रूसी जनरल मारे गए थे। उन्होंने यह भी खुलासा नहीं किया कि वाशिंगटन द्वारा रूसी कमांड मुख्यालय पर डेटा हासिल करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली विधियों का उपयोग इस चिंता पर किया गया था कि यह आगे की खुफिया जानकारी को बाधित कर सकता है।
न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट में बताया गया है कि मास्को और कीव के बीच संघर्ष के दौरान अमेरिकी एजेंसियों ने रूसी सैनिकों की आवाजाही का पता लगाने के लिए वर्गीकृत और वाणिज्यिक उपग्रहों सहित विभिन्न स्रोतों पर भरोसा किया है।
सूत्रों ने कहा कि जनरलों को निशाना बनाने में कथित सहायता राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन द्वारा यूक्रेन को वास्तविक समय के युद्धक्षेत्र की खुफिया जानकारी प्रदान करने के एक वर्गीकृत प्रयास का हिस्सा थी।
वहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वाटसन ने रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। इसमें जोर देकर कहा गया है कि अमेरिकी युद्धक्षेत्र की खुफिया जानकारी यूक्रेनी सेना को रूसी जनरलों को मारने के इरादे से प्रदान नहीं की गई थी।
पेंटागन के प्रवक्ता जान किर्बी ने स्वीकार किया कि अमेरिका ने यूक्रेन को सूचना और खुफिया जानकारी प्रदान की है जिसका उपयोग वे अपनी रक्षा के लिए कर सकते हैं। लेकिन उस डेटा के किसी भी विवरण का खुलासा करने से इनकार कर दिया है।