रिपोर्ट में हुआ खुलासा, चीन ने अमेरिकी अखबारों को 80 करोड़ रुपए जैसी मोती रकम का विज्ञापन दिया
रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चीन (China) ने अमेरिकी अखबारों को 1,10,02,628 डॉलर का विज्ञापन दिया. साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर (Twitter) को भी चीन की तरफ से विज्ञापन मिले हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। चीन (China) पर निष्पक्ष पत्रकारिता को बाधित करने के आरोप लगते रहे हैं फिर चाहें वो स्थानीय मीडिया हो या अंतरराष्ट्रीय. हाल ही में आई एक रिपोर्ट ने खुलासा किया है कि चीन अमेरिकी मीडिया इंडस्ट्री में भी दखल दे रहा है, जो कि पहले ही सवालों के घेरे में है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (Communist Party of China) ने अपने अखबार चाइना डेली (China Daily) के जरिए अमेरिकी मीडिया (US Media) को अपने पक्ष में करने के लिए लाखों डॉलर खर्च किए हैं. ये रिपोर्ट एक इंडिपेंडेंट एनालिस्ट ने अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट के दस्तावेजों के आधार पर जारी की है.
न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट के दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि चीन के अंग्रेजी भाषा के अखबार चाइना डेली ने अमेरिका के जिन मीडिया हाउस पर बड़ी रकम खर्च की है, उनमें टाइम मैग्जीन और फॉरेन पॉलिसी मैगजीन जैसे संस्थान भी शामिल है. छह महीने के दौरान इन संस्थानों को ये पैसे दिए गए हैं.
अखबारों ने छापा चीन का प्रोपेगेंडा
रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि टाइम मैगजीन को 7,00,000 डॉलर, फाइनेंशियल टाइम्स को 3,71,577 डॉलर, फॉरेन पॉलिसी मैगजीन को 2,91,000 डॉलर, लॉस एंजिल्स टाइम्स को 2,72,000 डॉलर और अन्य संस्थानों को 10 लाख डॉलर दिए गए हैं. चाइना डेली अखबार चीन की सत्तारूढ़ पार्टी के नियंत्रण में है.
पिछले महीने डेली कॉलर की रिपोर्ट ने जानकारी दी थी कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने अमेरिका में वॉशिंगटन पोस्ट और वॉल स्ट्रीट जर्नल को क्रमशः 46 लाख डॉलर और 60 लाख डॉलर दिए थे. रिपोर्ट का दावा है कि ये रकम नवंबर 2016 में दी गई थी और दोनों अखबारों ने चाइना डेली का सप्लिमेंट अपने अखबारों में छापा था जो चीन का प्रोपेगेंडा था.
ट्विटर को भी मिले विज्ञापन
विभाग के दस्तावेजों से पता चलता है कि चीन ने अमेरिकी अखबारों को विज्ञापन देने के नाम पर भी मोटी रकम खर्च की है. इसमें न्यू यॉर्क टाइम्स को दिए गए 50,000 डॉलर, फॉरेन पॉलिसी को 2,40,000 डॉलर, द देज मोइंस रजिस्टर को 34,600 डॉलर और सीक्यू-रॉल कॉल को 76,000 डॉलर की रकम शामिल है. चीन ने अमेरिकी अखबारों को 1,10,02,628 डॉलर का विज्ञापन दिया और ट्विटर को 2,65,822 डॉलर के ऐड दिए.
दरअसल अमेरिका के जस्टिस विभाग ने चाइना डेली से फॉरेन एजेंट्स रजिस्ट्रेशन ऐक्ट (एफएआरए) के तहत साल में दो बार अपनी गतिविधियों का खुलासा करने के लिए कहा. 1 जून को जब पैसों के लेनदेन के संबंध में जानकारी दी गई तो अमेरिकी अखबारों को लेकर यह खुलासा हुआ.