पूर्व CIA अधिकारी की किताब में खुलासा, 18 सुसाइड बॉम्बर 7 विमानों में लेने वाले थे एंट्री और तभी...
नई दिल्ली: अमेरिका में 11 सितंबर 2001 (9/11 Attack) को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (World Trade Center) समेत कई जगह पर आतंकियों ने विमान से हमला किया था. इस हमले के बाद पूरा अमेरिका दहल उठा था. ठीक उसी तरह का एक और हमला ब्रिटेन में करने की साजिश जिहादी संगठन रच रहे थे. इस बात का खुलासा एक CIA अधिकारी ने किया है.
' द सन' में छपी खबर के अनुसार, 9/11 जैसे ही आतंकी हमले की साजिश रची गई थी. आतंकियों ने साजिश रची थी कि 2006 में 18 सुसाइड बॉम्बर, 7 विमानों में सवार होंगे. इसके बाद सातों फ्लाइट को उड़ा दिया जाएगा. इन फ्लाइट में बम भी रखने की पूरी प्लानिंग की गई थी. अमेरिका की खूफिया एजेंसी CIA (Central Intelligence Agency) के भूतपूर्व अधिकारी ने इस बात का भंडाफोड़ अपनी किताब में किया है. इस अधिकारी ने दावा किया स्कॉटलैंड यार्ड जिहादियों को प्लेन में चढ़ने की अनुमति देना चाहती थी और इसके बाद उन्हें अरेस्ट करने की योजना बना रही थी. अगर आतंकी इस हमले में सफल हो जाते तो यह ब्रिटेन के इतिहास का सबसे बड़ा आतंकी हमला होता.
आतंकियों ने इसके लिए बाकायदा पूरी तैयारी की थी और एनर्जी बोतल में लिक्विवड फॉर्म में विस्फोट इंजेक्ट करने की साजिश रची थी. लेकिन इस मामले का भंडाफोड़ पहले ही हो गया. कुल मिलाकर 24 आतंकी गिरफ्तार हुए थे, इनमें 24 लोग 9 अगस्त 2006 की रात में गिरफ्तार हुए थे. इनमें अब्दुल्ला अहमद अली (Abdulla Ahmed Ali) भी शामिल था. जो इस हमले का मास्टरमाइंड था.
दरअसल, सबसे पहले ब्रिटिश एजेंसियों के रडार में सबसे अब्दुल्ला अहमद अली (Abdulla Ahmed Ali) मई 2005 में आया था. तब उसकी उम्र 24 साल थी, वह अपने 8 महीने के बेटे साथ कई बार पाकिस्तान गया था, जहां उसने अलकायदा के सदस्य राशिद रऊफ से मुलाकात की थी. यहां उसने अलकायदा के ट्रेनिंग कैंप में जाकर बम बनाना सीखा था. प्लान के तहत राशिद रउफ पहले प्लेन में Rosewater bottles ले गया, जिसके बाद उसने देखा कि तरल पदार्थों को ज्यादा चेक नहीं किया जाता है.
42 साल के भूतपूर्व CIA अधिकारी Aki Peritz ने Disruption नाम की एक किताब लिखी है. जिसमें इन सारी बातों का खुलासा किया गया है. उन्होंने अपनी किताब में लिखा है कि 2006 में प्लेन में बम रखने की साजिश रची गई थी. इस साजिश को अब भी ब्रिटेन की खुफिया एजेंसियां MI5, MI6, GCHQ (Government Communications Headquarters) सबसे बड़े आतंकी हमले को नाकाम करने के तौर पर देखती हैं.
इस आतंकी हमले में 18 आत्मघाती हमलावर बोतल बम को 30 हजार फुट की ऊंचाई पर फोड़ने वाले थे. इस हादसे में बड़े पैमाने पर लोगों की मौत हो सकती थी. अगर ये हादसा हो जाता तो एयर ट्रैवल हमेशा के लिए बदल जाता. हालांकि, वक्त रहते आतंकियों को पकड़ लिया गया.
वहीं पिछले महीने ही 'द सन' से बात करते हुए MI5 के बॉस Ken McCallum ने बताया कि इस आतंकी हमले को नाकाम करना उनकी जॉब में सबसे यादगार और गर्व करने वाला लम्हा है.
कितान लिखने वाले पूर्व Aki Peritz ओसामा बिन लादेन की तलाश में जुटी CIA टीम में शामिल थे. उन्होंने अपनी किताब में खुलासा किया है कि राशिद रऊफ (Rashid Rauf) इस हमले का एक प्रमुख सूत्रधार था था. उसके पास ब्रिटेन और पाकिस्तान की दोहरी नागरिकता थी. वह खुद अल कायदा (al qaida) का सदस्य था. वहीं 2005 में जब लंदन में 7/7 को हमला हुआ, जिसमें 52 लोग मारे गए. राशिद ने इस हमले की साजिश रची थी. दो सप्ताह बाद ही 21 जुलाई 2005 को भी आतंकी हमले का प्लान था, लेकिन ये हमला नाकाम हो गया. 2007 में राशिद पाकिस्तान में जेल से भाग गया और एक साल बाद ड्रोन हमले में अमेरिका द्वारा मारा गया.