शोधकर्ताओं ने बताया कैसे मुहांसे के स्ट्रेन से सुरक्षित होगी स्किन

मुहांसे के स्ट्रेन से सुरक्षित होगी स्किन

Update: 2021-11-01 05:18 GMT

जीन सीक्वेंसिंग से कई बीमारियों के इलाज में मदद मिलती है। इसलिए विज्ञानी इस काम में बड़े मनोयोग से जुटे रहते हैं। दिनों-दिन इसकी तकनीक उन्नत भी हो रही है। इसी क्रम में यह पाया गया है कि बैक्टीरिया के स्ट्रेन की पृष्ठभूमि की भिन्नता त्वचा पर अलग-अलग असर दिखा सकती है।

मुहांसे पैदा करने वाला बैक्टीरिया- क्यूटीबैक्टीरियम ऐक्नी (सी. ऐक्नी) भी व्यक्तियों के स्वस्थ त्वचा पर व्यापक रूप से फैले होते हैं। अमेरिकन सोसायटी फार माइक्रोबायोलाजी की पत्रिका माइक्रोबायोलाजी स्पेक्ट्रम में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, सी. ऐक्नी का गैर-रोगजनक स्ट्रेन संक्रमण पैदा करने वाले बैक्टीरिया स्टैफिलोकोकस आरियस (एस. आरियस) के विरुद्ध त्वचा की प्रतिरोधक क्षमता में सुधार लाता है।
ह्यूमन लाइफ साइंस ओसाका सिटी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता अयानो त्सुरु ने बताया कि सी. ऐक्नी त्वचा के ऊतकों पर आक्रमण करने से एस. आरियस जैसे सामान्य रोगजनकों (पैथोजेंस) को रोककर त्वचा के स्वास्थ्य को बनाए रखता है। शोधकर्ताओं ने प्रयोग के लिए स्तनधारियों के बजाय काईनोर्हेब्डीटीज एलिगेंस (सी. एलिगेंस) नामक गोल कृमि का उपयोग किया। एक मिलीमीटर आकार वाले इस कृमि में तंत्रिका तंत्र, मांसपेशी तथा पाचन नाल के साथ ही मानव त्वचा जैसे शरीर के लिए सुरक्षा अवरोध जैसे सतह होते हैं। इस पर इंसान के त्वचा से निकाले गए सी. ऐक्नी के विभिन्न स्ट्रेंस का असर जानने के लिए सी. एलिगेंस पर प्रयोग किया गया।
प्रयोग का क्या निकला निष्कर्ष : देखा गया कि मुहांसे पीड़ित व्यक्ति में अक्सर पाए जाने वाले बैक्टीरियल स्ट्रेन रिबोटाइप (आरटी) 4 और 8 गोल कृमि के जीवन को छोटा कर देते हैं, जबकि बिना मुहांसे वाले व्यक्तियों में पाए जाने वाले आरटी 6 से वैसा नहीं होता है। स्ट्रेन का यह वर्गीकरण आर-आरएनए में पोलीमोरफिज्म के आधार होता है।
अध्ययन के सह-लेखक युमी हमाजाकि ने बताया कि इसका मतलब यह कि सी. ऐक्नी का रिबोटाइप स्ट्रेन का संबंध बैक्टीरिया के ज्यादा ताकतवर (विरुलेंट) होने से है या सी. एलिगेंस का जीवन कम किए जाने से है। इससे यह भी सामने आया कि रोगाणुओं से संक्रमित गोल कृमि का जीवन कंट्रोल ग्रुप की तुलना में लंबा होता है। जीन अभिव्यक्ति में होने वाले बदलाव के आरएनए सीक्वेंसिंग विश्लेषण से यह भी पता चला कि स्वस्थ त्वचा के पीछे सी. ऐक्नी के स्ट्रेंस हैं, जो जीन के एक समूह को सक्रिय कर देते हैं।
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