शोधकर्ताओं ने निकाला निष्कर्ष, प्यास बुझाने वाले ये पॉपुलर ड्रिंक्स दे सकते हैं आंत का कैंसर

उनकी जगह दूसरे पेय पदार्थों का इस्तेमाल करके युवा इस जानलेवा बीमारी के खतरे को कम कर सकते हैं.

Update: 2022-01-03 06:59 GMT

यदि आप भी अपनी प्यास बुझाने के लिए सॉफ्ट ड्रिंक्स (Soft Drinks) आदि का सहारा लेते हैं, तो सावधान हो जाएं. क्योंकि आपकी ये आदत आपको कैंसर की तरफ धकेल सकती है. एक नए शोध में सामने आया है कि चीनी युक्त पेय पदार्थ का सेवन करने वालों में आंत के कैंसर (Bowel Cancer) का खतरा ज्यादा रहता है और जो लोग दिन में दो बोतल गटक जाते हैं, उनमें तो खतरा दो गुना तक बढ़ जाता है.

50 से पहले शिकार हो सकती हैं Women
'द सन' में छपी खबर के अनुसार, जर्नल Gut में प्रकाशित शोध में चीनी युक्त ड्रिंक्स और जानलेवा कैंसर (Cancer) के बीच संबंधों को उजागर किया गया है. इसमें बताया गया है कि ये ड्रिंक्स पीने वाले वयस्कों में आंत के कैंसर का खतरा अधिक रहता है. ऐसे एडल्ट जो दिन में दो बार ड्रिंक्स का सेवन करते हैं, उनमें खतरा दोगुना तक हो जाता है. महिलाओं की बात करें तो उनके 50 की उम्र तक पहुंचने से पहले ही कैंसर की चपेट में आने की आशंका रहती है. रिसर्च में कहा गया है कि केवल सॉफ्ट ड्रिंक्स ही नहीं, फ्रूट्स के फ्लेवर वालीं ड्रिंक्स, स्पोर्ट्स और एनर्जी ड्रिंक्स सभी सेहत के लिए गंभीर खतरा हैं.
यहां हर साल होती हैं 16000 मौतें
ब्रिटेन में आंत का कैंसर दूसरी जानलेवा बीमारी है. यहां करीब 16000 लोग हर साल इस कैंसर की चपेट में आकर अपनी जान गंवाते हैं. आंत के कैंसर की शुरुआत बड़ी आंत से होती है. इसकी प्रारंभिक अवस्था को पॉलीप्स कहा जाता है. आंत का कैंसर जानलेवा होता है, लेकिन यदि जल्द पता चल जाए तो हेल्दी लाइफस्टाइल और ट्रीटमेंट से स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है.
इस तरह किया गया शोध
शोधकर्ताओं ने करीब 24 वर्षों तक 95,464 प्रतिभागियों पर नजर रखी. इसमें आंत के कैंसर का पारिवारिक इतिहास, लाइफस्टाइल और खान-पान की निगरानी शामिल था. इस दौरान, उन्होंने पाया कि उन 109 महिलाओं में 50 वर्ष की आयु से पहले आंत का कैंसर विकसित हो गया था, जिन्होंने चीनी युक्त पेय पदार्थों का अधिक सेवन किया था. वहीं, जिन महिलाओं ने दिन में एक से ज्यादा ड्रिंक्स पीये, उनमें कैंसर का खतरा दो गुना तक अधिक पाया गया.
इस तरह बच सकते हैं खतरे से
रिसर्च में यह बात भी सामने आई कि यदि इन ड्रिंक्स को कृत्रिम रूप से मीठे पेय पदार्थ (Artificially Sweetened Drinks) कॉफी, या सेमी-स्किम्ड या पूरे दूध वाले ड्रिंक्स से बदला गया तो आंत्र कैंसर का खतरा 36% कम हो गया. विशेषज्ञों ने निष्कर्ष निकाला कि चीनी युक्त ड्रिंक्स का सेवन आंत्र कैंसर की शुरुआत में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है. शोधकर्ताओं ने कहा कि Sugar-Sweetened Drinks के इंटेक को कम करके या उनकी जगह दूसरे पेय पदार्थों का इस्तेमाल करके युवा इस जानलेवा बीमारी के खतरे को कम कर सकते हैं.


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