शोध - जानिए लॉन्ग कोविड सिंड्रोम का मुख्य कारण, वैज्ञानिकों ने किया बड़ा खुलासा
कोविड का इलाज कर रहे डॉक्टर्स को ब्लड क्लोटिंग जैसी समस्या पर भी ध्यान देना जरूरी है।
कोरोना की रफ्तार पहले से काफी हद तक कम हो गई है। लेकिन कोविड की दूसरी चपेट में कई लोग आ गए थे। हलांकि कोविड रिपोर्ट तो नेगिटिव आ गई है लेकिन कोरोना के साइड इफेक्ट ने जैसे लोगों को जकड़ लिया है। गंभीर रूप से कोरोना से बीमार हुए लोगों में पोस्ट कोविड लक्षण या लॉन्ग कोविड सिंड्रोम नजर आएं। जिसका प्रभाव अभी भी जारी है।कोविड रिपोर्ट नेगिटिव आने के बाद भी कई तरह की बीमारियों हो रही है। जिनमें ब्लैक फंगस प्रमुख रूप से है। साथ ही बाल गिरना, कमजोरी लगना, थकान रहना, हाथ-पैरों में दर्द रहना लक्षण नजर आ रहे हैं। साथ कई लोग कोविड के इलाज के बाद डायबिटीज का शिकार हो गए है। कोविड से ठीक होने वाले लोगों में स्वास्थ्य समस्याओं को लॉन्ग कोविड के रूप में देखा है। हाल ही में लॉन्ग कोविड पर एक शोध किया गया। जिस पर वैज्ञानिकों का कहना है कि जिसमें भी रक्त के थक्के बनने की समस्या रही है, उन लोगों में कोविड के लक्षण गंभीर हो सकते हैं।