फरवरी के बाद पहली बार संकट से जूझ रहे श्रीलंका में ईंधन की कीमतों में कमी, लोगों को मिलेगी राहत
आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका के लोगों के लिए बेहद राहत देने वाली खबर सामने आ रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीलंका की सरकारी कंपनी सीलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन ने रविवार को डीजल और पेट्रोल की खुदरा कीमतों में कमी की है।
आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका के लोगों के लिए बेहद राहत देने वाली खबर सामने आ रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक श्रीलंका की सरकारी कंपनी सीलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (सीपीसी) ने रविवार को डीजल और पेट्रोल की खुदरा कीमतों में कमी की है। फरवरी के बाद पांच बार बढ़ोतरी के बाद ईंधन की कीमतों में यह पहली कमी है।
20 रुपये की कमी की गई
श्रीलंका में डीजल और पेट्रोल की खुदरा कीमतों में प्रत्येक में 20 रुपये की कमी की गई है। दोनों को मई के अंत में 50 और 60 रुपये बढ़ाया गया था। इसके साथ ही इंडियन ऑयल कंपनी के स्थानीय संचालन वाली कंपनी लंका इंडियन ऑयल कंपनी ने भी कहा कि वे भी ईंधन की कीमतों में कमी करेंगे।
ईंधन की कतारों में हिंसा की कई घटनाएं सामने आई
श्रीलंका में 27 जून से सरकार ने ईंधन की आपूर्ति बंद कर दी थी और केवल आवश्यक सेवाओं के लिए ही पेट्रोल-डीजल की अनुमति है। वहीं पेट्रोल-डीजल स्टेशनों के पास कई मील लंबी ईंधन कतारें देखी जा सकती हैं। ईंधन की कतारों में हिंसा की कई घटनाएं सामने आई हैं और ईंधन की कतारों में लगातार कई दिन बिताने के बाद लगभग 20 लोगों की मौत हो गई है।
भारत से अंतिम ईंधन शिपमेंट 16 जून को आया था
इस साल की शुरुआत के बाद से, श्रीलंका ने ईंधन की खरीद के लिए भारतीय क्रेडिट लाइन पर भरोसा किया है। श्रीलंका, जो फरवरी से ईंधन आयात के लिए भारतीय क्रेडिट लाइन पर निर्भर था, अब इस सुविधा को समाप्त कर चुका है। भारतीय क्रेडिट लाइन के तहत अंतिम ईंधन शिपमेंट 16 जून को आया था।
श्रीलंका में ऊर्जा क्षेत्र सबसे बुरी तरह प्रभावित
अभूतपूर्व आर्थिक संकट से उत्पन्न विदेशी मुद्रा की कमी में श्रीलंका के ईंधन और ऊर्जा क्षेत्र सबसे बुरी तरह प्रभावित हैं। सरकार ने अपने अंतरराष्ट्रीय ऋण का भुगतान करने से इनकार करते हुए अप्रैल के मध्य में श्रीलंका को दिवालिया घोषित कर दिया था।