हाफिज सईद के घर पर हुए ब्लास्ट में रॉ एजेंट का हाथ, वैश्विक समुदाय से लगाई कार्रवाई की गुहार
आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप लगा रहा है।
भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में जमी बर्फ फिलहाल पिघलती नजर नहीं आ रही है। पाकिस्तान के हुक्मरान अपनी घरेलू राजनीति बचाने के लिए भारत के खिलाफ लगातार बयानबाजी करते रहते हैं। अब पाकिस्तान ने लाहौर में आतंंकी सरगना हाफिज सईद के घर के बाहर हुए बम विस्फोट कराने का आरोप लगाया है।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मुईद यूसुफ ने रविवार को आरोप लगाया कि मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड और प्रतिबंधित जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद के घर के बाहर हुए बम विस्फोट के पीछे एक भारतीय नागरिक का हाथ था। उन्होंने कहा कि यह विस्फोट भारत की खुफिया एजेंसी रॉ (रिसर्च ऐंड अनैलेसिस विंग) ने कराया है।
पंजाब पुलिस प्रमुख और सूचना मंत्री फवाद चौधरी के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए यूसुफ ने दावा किया कि हाफिज सईद के घर के बाहर हुए हमले का मास्टरमाइंड एक भारतीय नागरिक है, जिसका संबंध वहां की खुफिया एजेंसी रॉ से है। यूसुफ ने कहा कि इन आतंकवादियों के पास से बरामद किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, फोरेंसिक विश्लेषण के जरिए हमने मुख्य मास्टरमाइंड और इस आतंकवादी हमले के संचालकों की पहचान की है।
आतंकवाद फैलाने के लिए मशहूर पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार यूसुफ ने कहा, ''आईजी ने कहा कि हमारे पास विदेशी खुफिया एजेंसी की खुफिया जानकारी है। इसलिए आज मैं बिना किसी संदेह के कहना चाहता हूं कि इस पूरे हमले की (परिस्थितियां) भारत प्रायोजित आतंकवाद को जन्म देती हैं।''
वैश्विक समुदाय से भारत के खिलाफ कार्रवाई की लगाई गुहार
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आरोप लगाया है कि लाहौर के जौहर टाउन में आतंकी सरगना हाफिज सईद के घर के बाहर धमाके के पीछे मास्टरमाइंड एक भारतीय नागरिक है। खान ने ट्वीट किया है, 'मैंने अपनी टीम को निर्देश दिया था कि देश को जौहर टाउन की जांच जुड़ी जानकारी बताई जाए।' साथ ही इमरान खान ने भारत के खिलाफ कार्रवाई के लिए वैश्विक समुदाय से गुहार लगाई है। हालांकि, इन आरोपों पर भारत की ओर से अभी कुछ नहीं कहा गया है।
एफएटीएफ की ग्रे सूची में शामिल है पाकिस्तान
बता दें कि दुनिया भर में आतंकी गतिविधियों पर नजर रखने वाली संस्था फाइनेशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने और आतंकवादियों पर कार्रवाई न करने के चलते ग्रे लिस्ट में ही रखा जाएगा। इससे पाकिस्तान को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। ऐसे में अपनी छवि सुधारने के लिए पाकिस्तान भारत पर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने का आरोप लगा रहा है।