मालदीव में योग दिवस कार्यक्रम पर हमला करते कट्टरपंथी, जमकर बवाल
मुस्लिमों का एक वर्ग मानता है कि योग करना सूरज की पूजा करने की तरह से है जो इस्लाम के मुताबिक हराम है।
माले: चीन और पाकिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों का गढ़ बन चुके मालदीव के राष्ट्रीय फुटबाल मैदान में भारत की ओर से आयोजित योग दिवस कार्यक्रम में भीड़ ने हमला कर दिया। कट्टरपंथियों की भीड़ गुरुवार सुबह को स्टेडियम में घुस गई और उसने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम में जमकर बवाल कर दिया। इस कार्यक्रम को भारत के सांस्कृतिक केंद्र और मालदीव की सरकार ने मिलकर आयोजित किया था। भारी बवाल के बाद पुलिस को भीड़ को भगाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े हैं।
बीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक आंसू गैस के गोले छोड़े जाने के बाद हालात और खराब हो गए और झड़प शुरू हो गई। मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह ने कहा है कि इस घटना की जांच के लिए आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने ट्वीट करके कहा कि मालदीव सरकार इस घटना को बहुत गंभीरता से ले रही है। सोलिह ने कहा, 'पुलिस गालोलहू स्टेडिय में हुई इस घटना की जांच कर रही है। इस पूरे मामले को पूरी गंभीरता से लिया गया है और जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें कानून का सामना करना होगा।'
मालदीव के युवा और खेल मंत्रालय ने भारत के सांस्कृतिक केंद्र के साथ मिलकर फुटबाल स्टेडियम में एक योग कार्यक्रम आयोजित किया था। सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे वीडियो में नजर आ रहा है कि उपद्रवियों की भीड़ लाठी-डंडे और झंडे लेकर स्टेडियम के अंदर घुस गई। इस दौरान वहां लोग चटाई पर बैठकर योग कर रहे थे। यह भीड़ योग कर रहे लोगों की ओर बढ़ने लगी और पुलिस ने उन्हें हटाने का प्रयास किया।
इससे पहले आयोजकों को यह कार्यक्रम करने में भी दिक्कत आई थी और माले सिटी काउंसिल ने रासफन्नू समुद्री बीच पर योग कार्यक्रम के लिए अनुमति देने से इंकार कर दिया था। काउंसिल ने दावा किया कि लोगों ने शिकायत की थी और समुद्री तट पर योग किए जाने का विरोध किया था। मालदीव की न्यूज एजेंसी द एडिशन के मुताबिक मुस्लिमों का एक वर्ग मानता है कि योग करना सूरज की पूजा करने की तरह से है जो इस्लाम के मुताबिक हराम है।