कोरोना अब एमपॉक्स संक्रमण ने चीन में बरपाया कहर

Update: 2023-08-05 07:20 GMT

पिछले तीन वर्ष से अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जारी कोविड-19 महामारी का प्रकोप अभी थमा नहीं है, हालिया रिपोर्ट्स में बोला गया है कि कोविड-19 के वैरिएंट्स में अब भी म्यूटेशन जारी है, इससे नए स्ट्रेन आने का खतरा बना हुआ है। भले ही संक्रमण की रफ्तार काफी कंट्रोल में है फिर भी इसे हल्के में लेने की गलती नहीं की जानी चाहिए।

इस बीच मीडिया रिपोर्ट्स में चीन में एक नए संक्रमण के बढ़ने को लेकर चेताया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन में इन दिनों मंकीपॉक्स संक्रमण को बढ़ते हुए देखा जा रहा है। एक तरफ जहां पूरे संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप में मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) के मामलों में गिरावट देखी जा रही है, वहीं चीन में संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के अनुसार, 21 जुलाई को खत्म हफ्ते तक चीन में 117 मामलों की पुष्टि हुई। 5 मई से लेकर 21 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह के बीच 315 मुद्दे सामने आए हैं।

चीन में तेजी से बढ़े हैं मंकीपॉक्स के केस

डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों से पता चलता है कि पूरे 2022 में सिर्फ़ छह मामलों की पुष्टि हुई थी, जबकि इस बार दो महीनों में ही 300 से अधिक लोगों में संक्रमण की पुष्टि की जा चुकी है। अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी ने बोला कि इसके अतिरिक्त हालिया हफ्ते के दौरान चीन में साप्ताहिक मामलों की संख्या में सबसे अधिक वृद्धि हुई है, यहां पिछले तीन हफ्तों में संक्रमण के मामलों में 50% से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

विशेषज्ञ बोले- चीन सहित कई राष्ट्रों में इसका खतरा

कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में संक्रामक रोगों के जानकार डाक्टर पीटर-चिन होंग कहते हैं, हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोविड-19 संक्रमण को लेकर चर्चा कर रहे हैं, पर साथ ही एमपॉक्स भी गंभीर खतरे के तौर पर उभरा है। एमपॉक्स अभी समाप्त नहीं हुआ है और हमने इसे चीन में बढ़ते देखा है। हमें उन जोखिमों को लेकर भी सावधान रहने की जरूरत है, जो संकेत करते हैं कि मंकीपॉक्स कई अन्य राष्ट्रों में भी बढ़ सकता है।

गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एमपॉक्स का प्रकोप पूरे यूरोप में फैलने से पहले वर्ष 2022 में यह यूनाइटेड किंगडम में प्रारम्भ हुआ था, अमेरिका में इसके कारण हालात काफी बिगड़े थे।

मंकीपॉक्स संक्रमण के बारे में जानिए

एमपॉक्स (मंकीपॉक्स), मंकीपॉक्स वायरस से होने वाला एक संक्रामक बीमारी है। इससे भयावह दाने, बढ़े हुए लिम्फ नोड्स के साथ तेज बुखार हो सकता है। इसका प्रकोप मुख्यरूप से समलैंगिक, बाइसेक्सुअल लोगों में अधिक देखा जाता रहा है। हालांकि बीमारी नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने एक रिपोर्ट में अलर्ट किया था कि यौन संबंधों के अतिरिक्त भी इस संक्रमण को जोखिम कई और ढंग से हो सकता है, जिसको लेकर सभी लोगों को सावधानी बरतते रहने की जरूरत होती है।

चीन में किसी भी टीके को स्वीकृति नहीं

यहां ध्यान देने वाली बात यह भी है कि एमपॉक्स को रोकने और इसके संक्रमण से बचाव के लिए पूरे विश्व में तीन टीके, जिनियोस वैक्सीन (यू।एस। में इस्तेमाल होने वाला एकमात्र टीका), ACAM2000 और इम्वेनेक्स मौजूद हैं, हालांकि चीन में कोई भी स्वीकृत नहीं है।

एमपॉक्स कोविड की तुलना में कम संक्रामक है, लेकिन 2022 के बाद से 88,000 से अधिक लोग इस रोग की चपेट में आ चुके हैं, 150 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। पहले अफ्रीका के जंगली क्षेत्रों में ही इस संक्रमण के मुद्दे रिपोर्ट किए जाते थे, हालांकि अब कई विकसित राष्ट्रों में भी इस संक्रमण के मुद्दे काफी तेजी से बढ़ते हुए देखे गए हैं।

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