हिंद महासागर में भारत सहित क्वाड देश कर रहे युद्धाभ्यास, चीन बोला- क्षेत्रीय शांति के अनुकूल हो
इन्होंने चीन को संदेश दिया था कि वह ये सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं ये क्षेत्र सभी के लिए सुगम हो.
चीन (China) ने कहा कि विभिन्न देशों के बीच सैन्य सहयोग क्षेत्रीय शांति के अनुकूल होना चाहिए. क्षेत्र में बढ़ती चीनी आक्रामकता के बीच हिंद महासागर में फ्रांस और भारत सहित क्वाड के अन्य सदस्यों के वृहद नौसेना अभ्यास (Indian Ocean Naval Exercise) में शामिल होने के एक दिन बाद चीन ने यह टिप्पणी की है. भारत और क्वाड के तीन अन्य सदस्यों- अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान ने सोमवार को पूर्वी हिंद महासागर (Indian Ocean) में फ्रांस के साथ तीन दिवसीय नौसेना अभ्यास शुरू किया.
फ्रांस और क्वाड गठबंधन देशों के नौसेना अभ्यास के बारे में पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने मंगलवार को बीजिंग के इस रुख को दोहराया कि इस तरह का सहयोग क्षेत्र में शांति के लिए अनुकूल होना चाहिए (Naval Exercise in Indian Ocean Between France QUAD Countries). उन्होंने यहां मीडिया से (Indian Ocean Area) बातचीत में कहा, 'मैंने इन रिपोर्टों को देखा है. हमारा हमेशा मानना रहा है कि देशों के बीच सैन्य सहयोग क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के अनुकूल होना चाहिए.'
नौसेनाओं के साथ सहयोग बढ़ा
इस अभियान के दौरान भारतीय नौसेना के पोत और विमान फ्रांस, आस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के पोतों और विमानों के साथ समुद्र में अभ्यास करेंगे. पिछले कुछ वर्षों में भारत का अमेरिका, जापान, आस्ट्रेलिया और फ्रांस की नौसेनाओं के साथ सहयोग बढ़ रहा है. भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा कि यह अभ्यास मित्र नौसेनाओं के बीच उच्च स्तर के तालमेल, समन्वय आदि को प्रदर्शित करेगा (Indian Ocean Naval Exercise).
साझा मूल्यों को दर्शाती है भागीदारी
मधवाल ने कहा कि सैन्य अभ्यास में भारतीय नौसेना की भागीदारी मित्र नौसेनाओं के साथ साझा मूल्यों को दर्शाती है और समुद्र की स्वतंत्रता और खुले व समावेशी हिंद-प्रशांत और नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है. इससे पहले 'क्वाड' समूह (QUAD Countries Name) के नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में दबदबा बनाए रखने के प्रयासों के संकेत दिए थे (Naval Exercise in Indian Ocean Between France QUAD Countries). इन्होंने चीन को संदेश दिया था कि वह ये सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं ये क्षेत्र सभी के लिए सुगम हो.