पीयिरड्स भी थी नॉर्मल...9 महीने तक पता भी नहीं चली प्रेग्नेंसी, अचानक किचन में ऐसे हुई डिलीवरी
क्लेयर का मामला इसी क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी का मामला है.
एक ब्रिटिश महिला ने बेटे को जन्म दिया, वो भी अपने ही घर की रसोई में. क्योंकि पूरे 9 महीने बीत जाने के बाद भी उसे पता ही नहीं था कि वो प्रेग्नेंट है. उसे तो बच्चा जन्म देने के बाद भी भरोसा नहीं हो रहा था कि ये बच्चा उसका है, इसलिए उसने अगले 12 घंटों तक बच्चे की शक्ल भी नहीं देखी थी. महिला का नाम क्लेयर वीजेमन है.
महिला की मां को आभास हुआ, बच्चे को देने वाली है जन्म
क्लेयर वीजेमन ने बताया कि उसे इस बात कोई आभास ही नहीं था कि उसके शरीर में एक और नन्हीं सी जान भी है. ऑक्सफोर्ड की रहने वाली क्लेयर वीजेमन(27) ने बताया कि वो उसने बॉयफ्रेंड का नाम बेन हनी(24) है. वो उस दिन अपने किचन में काम कर रही थी, तो अचानक उसे दर्द महसूस हुआ. और अपनी मां को मदद के लिए बुलाया. उसकी मां ने जब उसकी हालत देखी तो वो चीख पड़ी. कुछ ही समय में उसने बेटे को जन्म दे दिया.
नहीं बढ़ा वजन, पीयिरड्स भी थे नॉर्मल
डेलीमेल की खबर के मुताबिक, क्लेयर वीजेमन ने बताया कि उसके नॉर्मल पीरियड सर्कल चल रहे थे. उसका वजन भी बिल्कुल नहीं बढ़ा था. वो सामान्य जिंदगी जी रही थी. पार्टियां करती थी. खूब वाइन पीती थी. और सामान्य परेशानियों की वजह से सामान्य दवाइयां भी खा रही थी. लेकिन उसे कुछ ही समय में जब बच्चा हो गया. इसके 5 मिनट के बाद एंबुलेंस पहुंची और मां-बेटे को लेकर अस्पताल में पहुंच गई. उसके बाद भी उसे भरोसा नहीं था कि वो बच्चे को जन्म दे सकती है.
सामान्य वजन का है बच्चा
क्लेयर वीजेमन के बच्चे का वजन करीब 3.48 किलो था. बाद में बेन ने आकर मुझे संभाला, तब जाकर 12 घंटे बाद मैंने पहली बार अपने बच्चे का मुंह देखा. फिर उस बच्चे से मुझे प्यार हो गया. आज हमारा बच्चा दो साल का है. खास बात ये है कि जिस समय बच्चे का जन्म हुआ, उस समय बॉयफ्रेंड की उम्र सिर्फ 21 साल थी और वो खुद 25 साल की थी. बच्चे का नाम दोनों ने फिनले रखा है.
क्या ऐसा होना संभव है?
मेडिकल टर्म में इसे क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी कहते हैं. सिर्फ इंग्लैंड में ही ऐसे कई सारे मामले आते हैं. करीब 450 मामलों में से एक किसी एक महिला को प्रेग्नेंसी के 20 महीने तक यानी आधे समय तक पता ही नहीं चलता कि वो प्रेग्नेंट है. और 2500 मामलों में से एक मामला ऐसा होता है, जिसमें डिलीवरी तक प्रेग्नेंसी का पता नहीं चलता. क्लेयर का मामला इसी क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी का मामला है.