13,000 फीट से छलांग लगाई पुतिन के कैनाइन योद्धा, देखने वालों के उड़ गए होश
इस ट्रेनिंग सेशन के दौरान किसी भी डॉग को चोट नहीं आई है और सभी पूरी तरह सुरक्षित एवं फिट हैं.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के कैनाइन योद्धाओं (Canine Warriors) ने ऐसा हैरतअंगेज कारनामा दिखाया कि कुछ देर के लिए सबकी सांसे थम गईं. ये योद्धा 13,000 फीट की ऊंचाई से सेना के जवानों के साथ पैराशूट (Parachute) के जरिए नीचे उतरे. सेना की क्रैक टीम में शामिल इन डॉग्स (Dogs) की बहादुरी का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में दिखाया गया है कि हजारों फीट की ऊंचाई से डॉग्स हवा में छलांग लगा रहे हैं.
War Games का किया प्रदर्शन
'द सन' की रिपोर्ट के अनुसार, वॉर गेम्स (War Games) के तहत कैनाइन योद्धाओं ने जवानों के साथ हैरान करने वाले करतब दिखाए. खास बात यह रही कि 13,000 फीट की ऊंचाई से नीचे आने के बाद भी कुत्ते पूरी तरह होश में थे और हैंडलर की कमांड को फॉलो कर रहे थे. टीवी चैनल Zvezda ने रूसी रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया कि अब तक के परीक्षणों ने साबित कर दिया है कि सेना के कुत्तों को 13,000 फीट की ऊंचाई से पैराशूट के जरिए नीचे उतारा जा सकता है.
Landing के बाद भी Fit रहे Dog
रिपोर्ट में बताया गया है कि लैंडिंग के बाद कैनाइन योद्धा पूरी तरह फिट नजर आए. उन्होंने अपने हैंडलर्स के आदेशों का पालन भी किया, जो दर्शाता है कि आगे भी इन्हें ऐसे कामों में इस्तेमाल किया जा सकता है. रूसी सेना कैनाइन टीम का इस्तेमाल अक्सर सैन्य और बचाव कार्यों में करती है. टेस्ट पैराशूटिस्ट एंड्री टोपोरकोव ने कहा कि अब तक आठ बार डॉग्स यह कारनामा करके दिखा चुके हैं. उन्होंने कहा, 'सबसे मुश्किल काम था डॉग टीम को विमान में ले जाना, लेकिन उन्होंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया. वो बिना घबराए रोमांच के साथ बादलों को देख रहे थे'.
अब ये है Russia की योजना
डॉग को पैराशूट से जंप कराने के लिए खास प्रकार के Harnesses बनाए गए हैं. कुछ वक्त पहले राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद प्लांट जाकर इसका जायजा लिया था. रूस अपनी डॉग टीम को इस तरह ट्रेन करना चाहता है कि दुर्गम इलाकों में उन्हें पैराशूट के जरिए भेजा जा सके. इसके लिए भविष्य में 26,000 फीट की ऊंचाई से भी छलांग लगाने की योजना है.
सामने आई एक खास बात
रिपोर्ट के मुताबिक, एक खास बात यह सामने आई है कि कुत्ते हजारों किलीमीटर ऊंचाई से भी धरती को देख सकते हैं और वह अपने पंजे से उसे पकड़ने की कोशिश भी कर रहे थे. अब तक यह माना जाता था कि कुत्ते ज्यादा दूर तक देख नहीं पाते. सेना ने एक बयान जारी करके बताया है कि इस ट्रेनिंग सेशन के दौरान किसी भी डॉग को चोट नहीं आई है और सभी पूरी तरह सुरक्षित एवं फिट हैं.