पुसी रॉयट की सदस्य विदेशी एजेंट घोषित, दुनियाभर में हो रही आलोचना, क्या है आरोप?

मामलो में बाहरी हस्तक्षेप को रोकने के लिए ये उपाय जरूरी हैं.

Update: 2021-12-31 07:28 GMT

रूसी प्राधिकारियों ने अंसतोष को दबाने की कवायद के तौर पर नारीवादी समूह 'पुसी रॉयट' की एक सदस्य, एक व्यंग्यकार और एक कला संग्राहक को गुरुवार को 'विदेशी एजेंट' घोषित कर दिया है. न्याय मंत्रालय ने 'पुसी रॉयट' की सदस्य नादेझदा तोलोकोनिकोवा को विदेशी एजेंट (Foreign Agent) करार दिया. यह समूह मास्को के एक गिरजाघर में 2012 के प्रदर्शन में भाग लेने के लिए जाना जाता है. इस प्रदर्शन के बाद तोलोकोनिकोवा को करीब दो वर्ष जेल में बिताने पड़े थे.

तोलोकोनिकोवा ने कहा कि वह इस फैसले को अदालत में चुनौती देंगी. पत्रकार और व्यंग्यकार विक्टर शेनदेरोविच और कला संग्राहक मैरत गेलमन को भी कई अन्य लोगों के साथ विदेशी एजेंट करार दिया गया (Russia Foreign Agent Label). 'विदेशी एजेंट' का मतलब अतिरिक्त सरकारी जांच से है और इसका अपमानजनक अर्थ है, जो इस श्रेणी में आने वाले लोगों की छवि धूमिल करता है. सरकार के इस कदम की दुनियाभर में आलोचना की जा रही है.
पहले भी कई लोगों पर हुई कार्रवाई
रूसी प्राधिकारियों ने क्रेमलिन की आलोचना करने वाले लोगों पर दबाव बनाने के लिए सैकड़ों मीडिया संगठनों, नागरिक संस्थाओं और व्यक्तियों को इस श्रेणी में डाल रखा है (Russian Government Worst Law). इस श्रेणी में आने वाले लोगों और संगठनों को समाचारों, सोशल मीडिया पोस्ट तथा अन्य सामग्री में एक विस्तारपूर्वक बयान देना पड़ता है जिसमें यह लिखा हो कि यह बात किसी 'विदेशी एजेंट' द्वारा कही या लिखी गई है.
पहले मेमोरियल को बंद किया गया
इस सप्ताह की शुरुआत में रूस की एक अदालत (Russian Court) ने देश के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित मानवाधिकार समूह 'मेमोरियल' को खुद को 'विदेशी एजेंट' बताने में नाकाम रहने पर बंद कर दिया था. रूस ने पहली बार 2012 में पारित कानून में इस शब्द को पेश किया, लेकिन इसे 2017 में मीडिया संगठनों और पिछले साल इंडिपेंडेंट पत्रकारों से पहले गैर-सरकारी समूहों (NGO in Russia) पर लागू किया गया था. लोगों का कहना है कि क्रेमलिन अपने आलोचकों को चुप कराने और उनके जीवन को कठिन बनाने के लिए इस लेबल का उपयोग करता है. जबकि क्रेमलिन का कहना है कि गैर-सरकारी समूहों और पत्रकारों के जरिए रूस के मामलो में बाहरी हस्तक्षेप को रोकने के लिए ये उपाय जरूरी हैं.

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