नई दिल्ली (आईएएनएस)। देश के लीडिंग स्मार्टफोन और स्मार्ट टीवी ब्रांड शाओमी इंडिया ने बुधवार को कहा कि उसे भारत में नौ सफल वर्षों का जश्न मनाते हुए बेहद गर्व महसूस हो रहा है। सफलता के नौ साल पूरे करने पर, कंपनी ने कहा कि वह गुणवत्तापूर्ण सीखने के अवसर प्रदान करने, टिकाऊ ऊर्जा को बढ़ावा देने, पर्यावरण संरक्षण और हाशिए पर रहने वाले समुदायों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित है।
स्ट्रेटेजिक पार्टनशिप, इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स और कम्युनिटी इंगेजमेंट के माध्यम से, शाओमी इंडिया सभी के लिए उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करते हुए एक पॉजिटिव बदलाव लाने का प्रयास करता है।
पिछले कुछ सालों में, ब्रांड एक घरेलू नाम बन गया है, जिसने अपने इनोवेटिव प्रोडक्ट्स और सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति प्रतिबद्धता के साथ लाखों भारतीय उपभोक्ताओं का दिल जीत लिया है।
देश में अपनी 9वीं वर्षगांठ के अवसर पर, शाओमी इंडिया ने सोसाइटी पर इसके प्रभाव को उजागर करते हुए अपनी रिपोर्ट लॉन्च की।
अपनी नौ साल की लंबी यात्रा में, शाओमी ने देश में कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं।
2020 में, ब्रांड ने "बड्डी फॉर स्टडी" के साथ पार्टनशिप की और एमआई स्कॉलरशिप प्रोग्राम के तहत स्कॉलरशिप के लिए 2 करोड़ रुपये देने का वादा किया, जिससे 5,000 वंचित छात्रों को हाई एजुकेशन के लिए स्कॉलरशिप मिली। इस पहल ने यह सुनिश्चित किया कि पैसे की कमी के चलते देश के प्रतिभाशाली युवाओं की शिक्षा बाधित न हो।
अपनी शिक्षा पहल के तहत, शाओमी इंडिया ने 2021 में बॉलीवुड सेलिब्रिटी सोनू सूद के साथ पार्टनशिप में "शिक्षा हर हाथ" प्रोग्राम शुरू किया।
इस पहल ने देश में वंचित बच्चों को शिक्षा प्रदान की और उन्हें स्मार्टफोन के माध्यम से डिजिटल लर्निंग तक पहुंचने में सक्षम बनाया, जिससे क्वालिटी लर्निंग के समान अवसर सुनिश्चित हुए।
कोविड-19 महामारी के चुनौतीपूर्ण समय के दौरान, शाओमी इंडिया ने टीच फॉर इंडिया के साथ पार्टरशिप में वंचित बच्चों को 2,500 स्मार्टफोन दिए। इस पहल ने डिजिटल विभाजन को पाट दिया और इन बच्चों को ऑनलाइन एजुकेशन तक पहुंचने में सक्षम बनाया, जिससे उनकी पढ़ाई बिना किसी रूकावट के लगातार जारी रही।
2022 में, शाओमी इंडिया ने "यू वी कैन" फाउंडेशन के साथ मिलकर 200 कैंसर सर्वाइवर बच्चों की शिक्षा का खर्च उठाया। इन प्रयासों ने समावेशिता और सभी के लिए समान शैक्षिक अवसरों को बढ़ावा देने के लिए ब्रांड की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।
पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए, कंपनी ने "कावेरी कॉलिंग" अभियान के लिए ईशा फाउंडेशन के साथ सहयोग किया। इस पहल के माध्यम से, ब्रांड ने 2019 और 2020 में लगातार दो वर्षों तक वनों की कटाई, मिट्टी के कटाव और पानी की कमी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित करते हुए 1.8 लाख पेड़ लगाए।
शाओमी इंडिया ने महाराष्ट्र के पालघर जिले में ग्रामीण समुदायों को स्थायी ऊर्जा समाधानों के साथ सशक्त बनाने के लिए यूनाइटेड वे इंडिया के साथ भी साझेदारी की है।
हाशिए पर रहने वाले समुदायों को सशक्त बनाने के महत्व को पहचानते हुए, शाओमी ने ट्रांसजेंडर समुदाय के कौशल और रोजगार क्षमता को मजबूत करने के लिए यूनाइटेड वे इंडिया के साथ साझेदारी की। इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य समावेशी वातावरण को बढ़ावा देना, ट्रांसजेंडर समुदाय को पूर्ण जीवन जीने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण और सहायता प्रदान करना है।
शाओमी इंडिया ने मोबाइल रिपेयर में स्किल डेवलपमेंट का समर्थन करने के लिए ग्लोबलहंट फाउंडेशन के साथ भी साझेदारी की है। कंपनी ने प्रोजेक्ट स्पार्क के लिए अहमदाबाद के भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान (ईडीआईआई) के साथ साझेदारी की।
इसके अलावा, शाओमी इंडिया ने यूनाइटेड वे इंडिया के सहयोग से इनोवेटिव टिंकरिंग लैब्स (आईटीएल) पेश की है। ये लैब एजुकेशनल इंस्टिट्यूशन में क्रिएटिव हब के रूप में काम करती हैं, इनोवेशन और लर्निंग एक्सपीरियंस को बढ़ावा देती हैं, जो भारत में इनोवेटर्स और एंटरप्रेन्योर की जनरेशन पर फोकस करती हैं, और इस तरह राष्ट्र निर्माण में योगदान देती हैं।