रूस में उग्र हुए प्रदर्शन, लगे 'पुतिन इस्तीफा दो' के नारे, जानें क्या है पूरा माजरा
रूस में विपक्ष के नेता एलेक्सी नावलनी (Alexei Navalny) की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन और तेज हो गए हैं.
Protestors Backing Alexei Navalny: रूस (Russia) में विपक्ष के नेता एलेक्सी नावलनी (Alexei Navalny) की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन और तेज हो गए हैं. लोगों की मांग है कि नावलनी को तुरंत रिहा किया जाए. पुलिस इन प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए हिंसक तरीके भी अपना रही है, जिसका दुनिया के कई देश विरोध कर रहे हैं. अमेरिका और यूरोपीय देशों ने मांग की है कि नावलनी को जल्द रिहा किया जाए.
यहां राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन को जारी रखते हुए रविवार को भी हजारों लोग विपक्षी नेता एलेक्सी नावलनी की रिहाई की मांग करते हुए सड़कों पर उतरे. इस प्रदर्शन से क्रेमलिन (रूसी सरकार का मुख्यालय) काफी गुस्से में है. एक निगरानी संगठन के अनुसार पुलिस ने 2,300 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है. हाल के वर्षों में हुए विरोध का यह सबसे मुखर स्वरूप है. सिटी सेंटर में सैंकड़ों प्रदर्शनकारियों ने 'पुतिन इस्तीफा दो' 'पुतिन चोर है' के नारे लगाते हुए मार्च किया.
लोगों को मिल रहीं धमकियां
कैद करने की धमकियों, सोशल मीडिया समूहों को चेतावनी और दंगारोधी पुलिस का डर दिखाए जाने के बावजूद रविवार को कई शहरों में जबर्दस्त प्रदर्शन हुआ. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आलोचक और भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम चलाने वाले नावलनी (44) को जर्मनी से लौटने पर 17 जनवरी को गिरफ्तार कर लिया गया था. नावलनी नर्व एजेंट (जहर) के प्रभाव से उबरते हुए पांच महीने से जर्मनी में स्वास्थ्य लाभ ले रहे थे. उन्होंने क्रेमलिन पर यह जहर देने का आरोप लगाया.
नावलनी को इन आरोपों के साथ किया गिरफ्तार
रूस के अधिकारी नावलनी के आरोपों का खंडन करते रहे हैं. नावलनी को पेरौल की शर्तों का कथित रूप से उल्लंघन करने को लेकर गिरफ्तार किया गया. अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने ट्वीट किया, 'अमेरिका लगातार दूसरे सप्ताह शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों एवं पत्रकारों पर लगातार कठोर कार्रवाई की निंदा करता है.' राजनीतिक गिरफ्तारियों पर नजर रखने वाले संगठन ओवीडी -इन्फो के अनुसार रविवार को पुलिस ने विभिन्न शहरों में 2,300 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है.
कई सुरक्षा कदम उठाए गए
मास्को में कई अभूतपूर्व सुरक्षा कदम उठाए गए हैं और क्रेमलिन (रूसी सरकार के मुख्यालय) के पास सबवे (मेट्रो) स्टेशन बंद कर दिए गए हैं, बसों का मार्ग बदल दिया गया है. रेस्तरां और दुकानों आदि को बंद रखने का आदेश दिया गया है. नावलनी की टीम ने शुरू में मास्को के लुबयांका स्क्वायर पर प्रदर्शन का आह्वान किया था, जहां संघीय सुरक्षा सेवा का मुख्यालय है. खुद को जहर दिए जाने के लिये नवलनी इसी सुरक्षा एजेंसी को जिम्मेदार मानते हैं.