प्रोफेसर ने कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव की हत्या, विचारधारा थोपने के दिखे दुष्परिणाम
यह 27 देशों के यूरोपीय संघ में पहला चीनी विश्वविद्यालय होगा।
चीन के प्रतिष्ठित फुदान विश्वविद्यालय में एक प्रोफेसर ने कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव की हत्या कर दी। चीन में कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव हर स्थान पर सक्रिय रहते हैं। उन पर कम्युनिस्ट और मौजूदा शीर्ष नेताओं की विचारधारा व नीतियों को लागू कराने की जिम्मेदारी होती है। वे यह भी देखते हैं कि कहीं मानवाधिकार और पश्चिमी अवधारणा का तो प्रचार-प्रसार नहीं किया जा रहा है। पुलिस के अनुसार संदिग्ध हमलावर की पहचान 39 वर्षीय प्रोफेसर जियांग के रूप में की गई है। उसने चाकू से कम्युनिस्ट पार्टी सचिव 49 वर्षीय वांगयोंगजेन की हत्या की।
जियांग का कहना था कि वह कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव के बहुत ज्यादा हस्तक्षेप से परेशान था। जियांग ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। वह फुदान विश्वविद्यालय के गणित कालेज में प्रोफेसर था। फुदान विश्वविद्यालय दुनिया के शीर्ष सौ विश्वविद्यालय में शुमार होता है। अब यह विश्वविद्यालय अन्य देशों में अपनी शाखाएं खोल रहा है। हाल ही में हंगरी में इस विश्वविद्यालय का विरोध किया जा रहा है। यहां पिछले दिनों हजारों लोगों ने राजधानी बुडापेस्ट में जबर्दस्त प्रदर्शन किया था।
हंगरी में यूनिवर्सिटी खोलने का चीन ने किया बचाव
चीन ने हंगरी में एक विश्वविद्यालय बनवाने की अपनी योजना का बचाव करते हुए कहा कि बुडापेस्ट में जिन लोगों ने उसके इस फैसले की आलोचना करते हुए विरोध प्रदर्शन किया है, उन्हें इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। बल्कि यह दो देशों के बीच का सामान्य आदान-प्रदान है। शनिवार को कई हजार लोगों ने हंगरी की राजधानी में शंघाई आधारित फुडान यूनिवर्सिटी की एक शाखा खोले जाने का जमकर विरोध किया था।
बताया जाता है कि इसे बनाने का खर्च और उसकी व्यवस्था चीन की सत्तारूढ़ कम्यूनिस्ट पार्टी करने वाली है। इस योजना को हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन का समर्थन हासिल है। बुडापेस्ट में इस परिसर को वर्ष 2024 तक पूरा किया जाना है। इस विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रों को जगह मिलेगी और यह 27 देशों के यूरोपीय संघ में पहला चीनी विश्वविद्यालय होगा।